राहुल गांधी : पीडि़ता के सिर पर हाथ रखा और बोले, बहन मैं ही नहीं और पूरा इंडिया आपके साथ है। हिम्मत रखो आप हमें बताएं क्या करना है?
पीडि़ता : भइया, सभी गुनहगारों को फांसी होनी चाहिए।
राहुल : सभी गुनहगार पकड़े जा चुके हैं। आपके साथ न्याय होगा। आप बस हिम्मत रखें, क्योंकि आप जैसी बहनों की हिम्मत देश के लिए मिसाल होगी।
पीडि़ता : भावुक होकर, हमें इस घटना के बाद यहां रहना मुश्किल हो रहा है। रहा भी नहीं जा सकता। सरकार पुनर्वास करे और हम दोनों को नौकरी दी जाए।
राहुल : आप निश्चित रहें, अब यह हमारी चिंता है। बहुत जल्द सब व्यवस्था कर दी जाएगी।
इस बीच राहुल गांधी ने पीडि़ता के पति से बात की तो वह रोने लगा। राहुल ने उनकी पीठ थपथपाई और गले लगा लिया।
राहुल : यह बेहद दुखद घटना है। आपमें हिम्मत बहुत है। हौंसला रखो।
पीडि़ता का पति : राहुल गांधी को घटनाक्रम की जानकारी दी।
राहुल : ये बेहद दुखद है। मैं एक दिन पहले आना चाहता था, लेकिन खराब मौसम के कारण हैलीकॉप्टर उडऩे की अनुमति नहीं मिली। 15 मिनट बाद राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह को अंदर बुलाया। राहुल ने निर्देश दिए कि पीडि़त परिवार की मांगें पूरी हो। मुख्यमंत्री गहलोत ने पीडि़त दम्पती से कहा कि आप निश्चित रहें, सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इस दौरान करीब 10 मिनट तक संवाद हुआ।
मेरे लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं राहुल गांधी ने कहा कि उनके लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। वे यहां राजनीति करने नहीं आए। परिवार से मिलने आए हैं। एक लडक़ी के साथ गलत काम किया गया। पीडि़त परिवार ने व्यक्तिगत बातों के साथ न्याय जल्द दिलाने के लिए कहा है। पीडि़ता व परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।