यह मामला सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचना में उजागर हुआ है। आरटीआई कार्यकर्ता दीपेन्द्र आर्य ने यहां सूचना के अधिकार में जब इस प्रकरण की सूचना प्राप्त की तो ग्राम पंचायत भुनगड़ा अहीर ने 2016-17 में स्वतंत्रता दिवस पर 10 हजार की राशि और गणतंत्र दिवस को 20 हजार रुपए की राशि खर्च करना दिखाया था। इस क्षेत्र के कई स्कूलों में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई तो उन्होंने इस तरह की मिठाई के लिए ग्राम पंचायत की राशि मिलने से साफ इंकार कर दिया।
ग्राम पंचायत भुनगड़ा अहीर के वर्ष 2016-17 में कैश बुक के पेज नम्बर 43 के क्रम संख्या 39 पर दस हजार रुपए रुपए की राशि 26 जनवरी पर सरकारी स्कूलों के बच्चों को मिठाई वितरण के लिए अंकित की हुई है। इसी का बिल बाउचर भी सत्यापित कर दिया है जिसमें लिखा है ग्राम पंचायत क्षेत्र की समस्त विद्यालयों में 26 जनवरी को बूंदी दाना वितरण किया जिसका भुगतान हलवाई रामप्रसाद को नकद भुगतान किया। यह बूंदी दाना 100 रुपए प्रति किलो के हिसाब से दस हजार रुपए एक क्विंटल बूंदी दाना की खरीद की एवज में रामप्रसाद हलवाई को दिए गए। अगले साल 2018 में कैश बुक के पेज नंबर 54 के क्रम संख्या 34 में इसी तरह बूंदी दाना वितरण पर 20 हजार रुपए खर्च होना दर्शाया है।
स्कूलों ने किया साफ इनकार पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी सत्यवीर यादव से सूचना के अधिकार के तहत विगत पांच वर्षों में ग्राम पंचायत अधीन विद्यालयों में ग्राम पंचायत की ओर से राष्ट्रीय उत्सवों (15 अगस्त, 26 जनवरी) के अवसर पर दी गई राशि और सामग्री की जानकारी मांगी तो ग्राम पंचायत क्षेत्र अधीन राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय भुनगड़ा अहीर, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सानोली, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सानोली, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय खोहरी के संस्था प्रधानों ने ग्राम पंचायत की ओर से राष्ट्रीय पर्वों पर किसी प्रकार की राशि देने से साफ इनकार कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि राष्ट्रीय पर्वों पर बूंदी दाने के लिए किसी प्रकार की राशि सरकारी स्कूलों को प्रदान नहीं की गई।