मामले में कार्रवाई नहीं हुई
भर्ती होने का मामला सामने आया, लेकिन कार्रवाई किसी पर नहीं हुई, जबकि लोगों का कहना है कि इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई, तो फर्जीवाड़ा करने वालों के हौसले और बुलंद होंगे। जिला परिषद अलवर में 2019 और 2022 में लिपिक की भर्ती चरणवार तरीके से की गई। इस दौरान कुछ लोगों को लिपिक बनाने पर सवाल उठे।ये केस आए सामने
इनके अलावा 15 लोग ऐसे मिले थे, जिनके अधिक अंक होने पर भी नौकरी नहीं मिली, जबकि कम अंक वालों को लिपिक की नौकरी दे दी गई। कुल मिलाकर सरकार के आदेश की पालना होनी थी और संबंधित लिपिकों को बर्खास्त करना था, लेकिन यह कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई। राजनीतिक पहुंच के कारण कार्रवाई नहीं हो पाई।यह भी पढ़ें:
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