सुबह तेज धूप खिलने से दोपहर तक अधिकतम तापमान 39 डिग्री पहुंच गया। दोपहर एक बजे झुलसा देने वाली तेज धूप थी। थोड़ी देर बाद ही आसमान में बादल छाने लगे और तेज हवा बहने लगी। करीब साढ़े तीन बजे आसमान से बादलों की गडगड़़ाहट सुनाई पडऩे लगी। शाम चार बजे बाद 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवाओं से आंधी का अहसास हुआ। इसके बाद हल्की बरसात हुई। जिले के थानागाजी और मुंडावर क्षेत्र में भी हल्की बूंदाबांदी हुई। बरसात से तापमान में कमी आ गई, शाम 6 बजे तापमान गिरकर 32 डिग्री पर आ गया। तेज गर्मी से झुलस रहे लोगों ने बरसात से राहत की सांस ली। न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रहा।
अन्नदाता की चिंता बढ़ी जिले में सरसों की फसल लगभग कट चुकी है, लेकिन गेहूं की फसल पक रही है। जिसके आंधी व बरसात की वजह से खेत में गिरने की आशंका है। ऐसा हुआ तो गेहूं के दाने की गुणवत्ता प्रभावित होगी। इस बार अलवर जिले में 2 लाख 25 हजार हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हुई थी। अलवर शहर व खैरथल सहित कई स्थानों पर देर रात को तेज अंधड आया जिससे वाहन चलाना ही मुश्किल हो गया। इस अधंड से शहर में कई स्थानों पर बिजली भी गुल हो गई। इस अधंड का प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक देखा गया।