उपचुनाव की हार लोकसभा उपचुनाव में रामगढ़ से 37000 वोटों की हार भी टिकट कटने की वजह मानी जा रही है। आहूजा ने पिछले दिनों खुले में स्वीकार किया था कि वे पैसे लेते हैं। ऐसे पैसे को वे समाज हित में खर्च करते हैं।
संघ के प्रचारक रह चुके हैं ज्ञानदेव आहूजा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रह चुके हैं। ये भरतपुर में प्रचारक रहे थे। इसके बाद इन्होंने भारतीय मजदूर संघ में लंबे समय तक कार्य किया। वहीं रामगढ़ के चुनावों में इनकी छवि फायर ब्रांड नेता की बनी थी।
अभी इस पूरे मामले पर रामगढ़ विधायक चुप्पी साधे हुए हैं, उनका अलवर स्थित घर भी बंद है, आहूजा ने इस पूरे मसले पर दो दिन बाद कुछ भी कहने की बात कही है।