भगवान जगन्नाथ महोत्सव के तहत मंदिर में 72 घंटे तक चलने वाला अखंड कीर्तन भी प्रारंभ हो गया। शहर की अलग अलग मंडलियों की ओर से प्रात: 6 बजे से ही हरे रामा, हरे कृष्णा का गुणगान शुरु कर दिया। इसके चलते हर तरफ धार्मिक माहौल बना हुआ है। वैसे तो साल भर लोग भगवान के दर्शनों के लिए आते हैं लेकिन मेले के दौरान अधिक संख्या में भक्त दर्शनों के लिए आते हैं।
रथों की मरम्मत का काम शुरु भगवान की रथयात्रा के दौरान काम में आने वाले रथ इंद्र विमान व अन्य तीन रथों को मंगलवार को शुभ मुहुर्त में रथखाने से बाहर निकाला गया। इसी के साथ ही रथों को सजाने संवारने का काम भी शुरु कर दिया गया। विशाल आकार वाले लकड़ी से बने ये रथ बच्चों के लिए दिन भर आकर्षण के केन्द्र बने रहे।
रथयात्रा मार्ग अभी पूरी तरह तैयार नहीं प्रशासन की ओर से जगन्नाथ रथयात्रा के मार्ग में पेचवर्क का कार्य तो शुरू कराया गया है, लेकिन पूरा रथयात्रा मार्ग अभी ऐतिहासिक रथयात्रा लायक तैयार नहीं हो पाया है। ज्यादा परेशानी नंगली चौराहे, एसएमडी चौराहे, मोती डूंगरी मार्ग पर है। यहां अब तक सड़कों पर पेचवर्क नहीं हो सका है। ऐसे में रथयात्रा में परेशानी हो सकती है।