
सुशीला और वीरेंद्र दायमा (फोटो: पत्रिका)
Karwa Chauth Special Story: करवा चौथ का व्रत-त्योहार सिर्फ धार्मिक रीति-रिवाज नहीं हैं, बल्कि यह पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। यह दिन हर विवाहित जोड़े के जीवन में आनंद, उत्साह और दांपत्य सुख की मधुरता भर देता है। इस मौके पर राजस्थान पत्रिका ने ऐसे विवाहित जोड़ों को तलाशा, जिनकी कहानी कुछ हटकर है। पढ़िए करवा चौथ से जुड़ी ये खास कहानियां…
भिवाड़ी की सुशीला और वीरेंद्र दायमा की यह कहानी सही मायने में पति-पत्नी के रिश्ते को अच्छे से रेखांकित करती है। सुशीला और वीरेन्द्र की शादी वर्ष 2014 में हुई। कुछ समय बाद वीरेन्द्र के एक हादसे में घायल हो गए। वीरेन्द्र की कमर से नीचे के पूरे हिस्से ने काम करना बंद कर दिया। उस समय पत्नी सुशीला ने अपने पति वीरेन्द्र को संभाला और आज तक उनकी देखभाल कर रहीं हैं। ये दंपती सोशल मीडिया पर भी छाए रहते हैं। सोशल मीडिया पर इनके लाखों फॉलोअर्स हैं। वीरेंद्र नेशनल पैरा ओलंपिक खिलाड़ी भी हैं।
वीरेन्द्र व सुशीला के दो बच्चे हैं। जब हादसा हुआ, तब दोनों ही बच्चे छोटे थे। ऐसे में पति और दो बच्चों को पूरी जिम्मेदारी के साथ संभालना, इनकी हर जरूरत का ख्याल रखना किसी चुनौती से कम नहीं था, लेकिन सुशीला ने पत्नी धर्म का पालन किया। वे आज भी हंसते हुए अपने परिवार की हर जिम्मेदारी को पूरा कर रही हैं। इनका कहना है कि जीवन में हादसे आते जाते रहते हैं लेकिन एक दूसरे का साथ सदैव बना रहना चाहिए।
पुराना भूरासिद्ध जयपुर रोड निवासी संजय यादव अपनी पत्नी मोनिका यादव के लिए पिछले 13 साल से व्रत रख रहे हैं। इनका कहना है कि करवा चौथ पर पति की लंबी आयु के लिए पत्नी दिन भर कुछ न खाए यह उसका समर्पण है। मुझे लगा कि जब पत्नी इतनी शिद्दत से व्रत रखती है तो मुझे भी पति होने का फर्ज निभाना चाहिए। जिससे उसे लगे कि मैं भी उससे बहुत प्यार करता हूं। शादी के बाद से ही मैंने यह व्रत रखना शुरू कर दिया था। रात को हम दोनों एक साथ व्रत खोलते हैं।
Published on:
10 Oct 2025 12:26 pm
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