शब्दों में लिखकर भेजा बच्चों को करोडों के स्थानीय मानों में परीक्षा रोल नम्बर शब्दों में लिखने की परेशानी से बचाने के लिए कुछ परिजनों ने परीक्षा रोल नम्बर उनके प्रवेश पत्र पर हिन्दी में शब्दों में लिख कर परीक्षा देने भेजा, जिससे उन्हें परीक्षा में परेशानी नहीं हो।
परीक्षकों ने बताया कैसे लिखें, विद्यार्थी रोने लगे परीक्षा के बाद बच्चों ने बताया कि परीक्षक की डयूटी देने वाले अध्यापक ने बच्चों को रोल नम्बर लिखने का तरीका बताया। परीक्षकों को कुछ बच्चों को रोल नम्बर लिखाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। कई विद्यार्थी ढंग से रोल नम्बर नहीं लिख पाने पर रोने लगे।
परीक्षा से पूर्व क्लास कई निजी विद्यालयों में परीक्षा में जाने से पूर्व रोल नम्बर को शब्दों में लिखने का तरीका सिखाया गया। ऐसे में बच्चे रोल नम्बर के भय से परीक्षा की तैयारी तक को भूल बैठे।
1071 विद्यार्थियों ने नहीं दी परीक्षा : पांचवी बोर्ड परीक्षा में कुल पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या 72 हजार 940 थी। इसमें से 71 हजार 869 ने परीक्षा दी अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों की संख्या 1 हजार 71 थी।