राजस्थान राज्य कर्मचारी मंत्रालयिक महासंघ से जुडे लगभग एक दर्जन से ज्यादा विभागों के करीब 3 हजार से ज्यादा सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे हैं। इसके चलते जिला कलक्टे्रट के अधिकतर कार्यालय खाली पड़े हुए हैं।
महासंघ की जिला शाखा के अध्यक्ष खेमचंद सैन ने बताया कि ग्रेड पे 3600 करने, शासन सचिवालय के समान वेतन भत्ते , मंत्रालयिक वर्ग के निदेशालय का अलग से गठन करने सहित अन्य मांगों को लेकर चार दिन से जयपुर में महापड़ाव दिया जा रहा है।
महासंघ की जिला शाखा के अध्यक्ष खेमचंद सैन ने बताया कि ग्रेड पे 3600 करने, शासन सचिवालय के समान वेतन भत्ते , मंत्रालयिक वर्ग के निदेशालय का अलग से गठन करने सहित अन्य मांगों को लेकर चार दिन से जयपुर में महापड़ाव दिया जा रहा है।
डिजिटल इंडिया की थम जाएगी रफ्तार, सहायक प्रोग्रामर रहेंगे हड़ताल पर: राजस्थान राज्य अधीनस्थ कंम्पयूटर कर्मचारी संघ, जिला इकाई की ओर से सहायक प्रोग्रामर एवं सूचना सहायक संवर्ग की वेतन एवं कैडर पुर्नगठन संबंधी छह सूत्रीय मांग पत्र को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया गया। महासचिव हंसराज ने बताया कि यदि मांगें नहीं मानी तो 25 सितंबर से जयपुर में अनिश्चितकालीन महापड़ाव सामूहिक अवकाश पर जाने को विवश होंगे। अलवर जिले में 206 सूचना सहायक तथा 10 सहायक प्रोग्रामर कार्यरत है। ये सभी 25 सितंबर से अनिश्चिकालीन हड़ताल होने के कारण जयपुर में महापडाव में शामिल होंगे। यदि ये हडताल पर चले जाते हैं तो अलवर जिले में सरकार की ओर से संचालित अधिकतर योजनाएं प्रभावित होंगी।
अटक सकता है वेतन भुगतान आज से लेखाकारों की सामूहिक हड़तालराजस्थान एकांटेंट ऐसोसिएशन जिला शाख अलवर की ओर से सोमवार को कलमबंद हड़ताल रखी गई। जिले के करीब 250 कर्मचारी 25 से 28 तक सामूहिक हड़ताल पर रहेंगे। जिलाध्यक्ष रामावतार मीणा ने बताया कि यदि 28 तक हमारी मांगें नहीं मानी गई तो प्रांतीय कार्यक्रम बनाया जाएगा। हड़ताल पर जाने के बाद लोगों को वेतन बिलों से संबंधी परेशानी होगी, सरकारी विभागों का आय व्यय का लेखा जोखा रखना मुश्किल होगा।
रोडवेज कर्मचारियों ने बाइक रैली निकालकर आक्रोश व्यक्त किया शाम 4 बजे सैकड़ों रोडवेज कर्मचारी अपनी – अपनी बाइक लेकर बस स्टैंड पर एकत्र हुए । बस स्टैंड से रवाना होकर गायत्री मंदिर, अशोका टॉकीज, सर्राफा बाजार होते हुए होप सर्कस, भगत सिंह, बिजली घर चौराहा होते हुए मनु मार्ग के रास्ते से बस स्टैंड पहुंचें। रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ विरोध जताते हुए सेवानिवृत कर्मचारियों के भुगतान, खटारा बसों की जगह नई बसें, 8000 पदों पर भर्ती सातवें वेतन आयोग की मांग को लेकर नारेबाजी की। रोडवेज कर्मचारियों ने समझौता लागू नहीं होने की स्थिति में आंदोलन को और तेज करने तथा जब तक समझौता को लागू नहीं किया जाता तब तक यह हड़ताल इसी प्रकार से जारी रहने की बात कहीं। 25 सितंबर को रोडवेज कर्मचारी परिजनों के साथ धरना देंगे।