जयपुर रेंज आईजी एस सेंगाथिर ने बताया कि गिरोह वारदात का समय सुबह चार पांच बजे का चुनते, तब गश्ती पुलिसकर्मियों की बदली का समय होता। उस समय जाग होने पर गश्त कुछ कमजोर भी होती है। गैंग का सरगना समीर उर्फ चेलवा उर्फ सनम पुत्र मोहम्मद मुस्तीफा दीवान (30) व उसका भाई बेलवा वारदात के लिए लोगों को चुनकर अपने साथ लाते। गिरोह में 10 से 15 लोग वारदात करने निकलते हैं। आईजी सेंगाथिर ने बताया कि सरगना चोरी के मोबाइलों को नेपाल में खपाते और नेपाल में चोरी के मोबाइल खरीदने वाले
एडवांस में लाखों रुपए गिरोह को दे देते हैं। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह के अन्य सदस्य तीन भाई भी शामिल हैं।
इनको किया गिरफ्तार सरगना समीर उर्फ चेलवा उर्फ सनम पुत्र मोहम्मद मुस्तीफा दीवान (30) निवासी बिहार के घोडासान, मीराज अंसारी पुत्र नईम अंसारी (42) निवासी बिहार के अठमूतान, लालबाबू कहार पुत्र विष्णु महातो (50) निवासी बिहार के अशोगी, वाजूल अंसारी पुत्र अहमा अंसारी (42) निवासी बिहार के जुलगांवा, सिराज अंसारी पुत्र नईम अंसारी (40) निवासी बिहार के अठमूहन, रियाज आलम पुत्र नईम अंसारी (25)निवासी बिहार के अठमूहन।
देश में यहां दिया वारदात को अंजाम गिरोह ने सीतामढ़ी, तारानगर (लखनऊ), वाराणसी, नाएडा (यूपी), बाराखम्भा, होजखास, रूप नगर, हरि नगर, विकासपुरी, भीमनगर (नई दिल्ली), शिमला (हिमाचल प्रदेश), मदन महल, मोहनपुर (जबलपुर) कानड, बेलगांव (कर्नाटक), कापड़ताला (कोलकात्ता), नगर (दरबंगा),