चार दिन निगरानी, अब वही पुराने ढर्रे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के बाद कुछ माह तक तो रोडवेज बसों में निगरानी रखी गई, लेकिन धीरे-धीरे हालात वही पुराने ढर्रे पर आ गए। अब स्थिति यह है कि जिन भी बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे वे सभी खराब पड़े हैं। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए अनुबंधित कम्पनी की ओर से लगाए कर्मचारी भी सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं।
नए सिरे से होगी मॉनिटरिंग रोडवेज बसों में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। इसके पीछे वजह है कि जिस कम्पनी को बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और उनके रखरखाव का जिम्मा सौंपा गया। वह अच्छे से मॉनिटरिंग नहीं कर रही है। मार्च से दूसरी कम्पनी को ठेका दिया गया है। अब नए सिरे से बसों में सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग की जाएगी।
रामजीलाल मीणा,
मुख्य प्रबंधक, मत्स्य नगर आगार।