सरिस्का के डीएफओ सेढूराम यादव ने बताया कि पाण्डूपोल मेले के लिए श्रद्धालुओं को 2, 3 व 4 सितम्बर को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। सरिस्का के मुख्य गेट व टहला गेट से श्रद्धालु आ जा सकेंगे। मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए सरिस्का प्रशासन ने 20 रोडवेज बसें लगाई हैं। इनमें 15 रोडवेज बसें सरिस्का के मुख्य गेट से उमरी तिराहे तक श्रद्धालुओं का लाने व जाने का कार्य करेंगी। वहीं 5 रोडवेज बसें टहला गेट से श्रद्धालुओं को लाएंगी व ले जाएंगी।
श्रद्धालु स्टैण्ड तक ला सकेंगे sariska pandoopol mela news पाण्डूपोल मेले में आने वाले श्रद्धालु सरिस्का के बाहर निर्धारित स्टैण्ड तक अपने वाहन ले जा सकेंगे। इसके आगे श्रद्धालुओं को रोडवेज बस से उमरी तिराहे तक पहुंचना होगा। यहां से श्रद्धालुओं को पैदल ही पाण्डूपोल मंदिर तक जाना व आना होगा। मेले के दौरान श्रद्धालुओं को सरिस्का में वाहन ले जाने की अनुमति नहीं रहेगी।
प्लास्टिक व पॉलीथिन पर रहेगी रोक मेले के दौरान श्रद्धालुओं के प्लास्टिक व पॉलीथिन ले जाने पर रोक रहेगी। सरिस्का प्रशासन ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे प्रसाद आदि ले जाने के लिए पॉलीथिन व प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें। प्लास्टिक व पॉलीथिन कचरे से जंगल में वन्यजीवों को खतरा होने की आशंका रहती है। वहीं श्रद्धालुओं को जंगल में वन्यजीवों को परेशान नहीं करने का भी आग्रह किया है। साथ ही श्रद्धालुओं से जंगल में नहीं जाने को कहा है।
भर्तृहरि मेले के लिए सरिस्का से रहेगा प्रवेश भर्तृहरि मेले के लिए सरिस्का में 5, 6 व 7 सितम्बर को श्रद्धालुओं को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। भर्तृहरि मेले में आसपास के गांवों के लोग सरिस्का में होकर जाते हैं। इन लोगों की सुविधा के लिए सरिस्का प्रशासन ने निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था की है।
दण्डौती देने वाले भीे जा सकेंगे पाण्डूपोल व भर्तृहरि मेले में दण्डौती देने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी सरिस्का में निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था रहेगी। पाण्डूपोल मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दण्डौती लगाते हुए हनुमान मंदिर पहुंचते हैं। वहीं भर्तृहरि मेले में भी श्रद्धालु सरिस्का से दण्डौती लगाते हुए निकलते हैं।