आठ महीने बाद बाघिन एसटी-5 के शिकार का राज खुला सरिस्का के अब तक के सबसे बड़े राज से गत 27 अक्टूबर को पर्दा उठा तो आठ माह से लापता बाघिन एसटी-5 के शिकार की पुष्टी हो पाई। बाघिन एसटी-5 को 5 शिकारियों ने फंदा लगाने के बाद गोली से मार डाला। इसके बाद बाघिन के खाल, नाखून, और मांस को गुडग़ांव में एक दलाल को करीब डेढ़ लाख में बेच दिए। वहीं एक आरोपी ने बाघिन के दांत का ताबीज बना लिया। सरिस्का प्रशासन ने शिकार के मामले में भडोली गांव निवासी सरफुद्दीन को गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश कर इकबालिया बयान के आधार पर रिमांड पर लिया है। वहीं शिकार में शामिल चार अन्य आरोपी अब तक फरार हैं। अभी बाघिन के मृत अवशेष बरामद नहीं हो पाए। आरोपी ने बताया कि बाघिन एसटी-5 की मौत भी खेत में फंदा लगाने से हुई। बाघिन फंदे में फंस गई और बाद में उसे गोली मार दी।
बाघ एसटी-11 की मौत ने झकझोर दिया वन्यजीव प्रेमियों को सरिस्का बाघ परियोजना स्थित इंदौक गांव के डेरा में गत 19 मार्च की रात करीब 9.30 बजे बाघ एसटी-11 का शव मिला। बाघ की मौत खेतों में लगे तारों में उलझकर दम घुटने से होना बताया गया। बाद में मौके पर राडी गांव निवासी भगवान सहाय प्रजापत ने वनकर्मियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। बाघ एसटी-11 की उम्र करीब सवा चार साल थी। आरोपी ने नील गायों व अन्य वन्यजीवों के नुकसान से बचाव के लिए खेत पर बे्रक वायर का फंदा बनाकर लगा रखा था। बाघ एसटी-11 इस फंदे में उलझ गया। वह वह जंगल की ओर बचने के लिए भागा, इससे तार का फंदा कसता ही चला गया और तार बांघने के लिए लगाई खूंटी गले में उलझने से उसका दम घुट गया, जिससे उसकी मौत हो गई। बाघ का शव आरोपित के खेत से काफी दूरी पर पड़ा मिला।
बाघ एसटी-4 की मौत से दहल गया सरिस्का सरिस्का स्थित एनक्लोजर में गत 9 दिसम्बर की सुबह बाघ एसटी-4 की पांव में गहरे जख्म में इंफेक्शन और भूख से मौत हो गई। पोस्टमार्टम के दौरान बाघ का आमाशय खाली मिला है। सरिस्का में वर्ष 2018 में यह तीसरे बाघ-बाघिन की मौत है। सरिस्का की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया। सरिस्का में गत 12-13 नवम्बर की रात बाघ एसटी-4 व 6 के बीच संघर्ष हो गया था, इसमें बाघ एसटी-4 गंभीर रूप से घायल हो गया था। बाघ के बाएं पांव में गहरा जख्म व फ्रेक्चर हो गया था। बाद में उसकी सुबह करीब 4 बजे मौत हो गई। मृत बाघ की उम्र करीब 12 साल थी। एक के बाद एक टाइगर की मौत से सरिस्का दहल गया।