
आवास व शहरी मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए एक लिंक जनरेट किया है, जो सोमवार को खुलेगा। इसमें जनता से दस सवाल पूछे गए हैं। सर्वेक्षण के दौरान नगर निगम को और सतर्कता बरतनी होगी। ऑटो टिपर कचरा संग्रहण के लिए घर-घर भेजने होंगे।
वार्डों व प्रमुख मार्गों की सफाई की मॉनिटरिंग बढ़ानी होगी, अन्यथा रैंकिंग में नुकसान हो सकता है। हालांकि प्रशासन व नगर निगम के प्रयासों को लेकर जनता भी खुश नजर आ रही है। ऐसे में इस बार स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की प्रबल संभावनाएं नजर आ रही हैं। स्वच्छ भारत मिशन के एक्सपर्ट राकेश मीणा का कहना है कि लिंक जल्द जनता के बीच पहुंचेगा।
पहले लिंक पर क्लिक करें।
मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद ओटीपी आएगा। और उसी से लिंक खुल जाएगा।
उसके बाद नाम, पता आदि जानकारी भरनी होगी।
नीचे 10 सवाल दिए गए हैं। उत्तर के ऑप्शन भी हैं।
यह सब जानकारी भरने के बाद फिर से ओटीपी आएगा, जिसे दर्ज करें और फिर फार्म को सब्मिट कर दें।
क्या कोई व्यक्ति प्रतिदिन आपके घर, दुकान से कूड़ा उठाने आता है?
आप अपने आवासीय क्षेत्र की सफाई को दिखाई देने वाले कचरे और नियमित झाड़ू लगाने के मामले में किस प्रकार रेट करेंगे?
आप अपने क्षेत्र के आसपास कितनी बार कचरे के डंप या कचरे के ढेर देखते हैं?
क्या आपके घर में कम से कम सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग किया जाता है?
क्या कचरा संग्रहणकर्ता कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में अलग-अलग रखकर वाहनों में लोड करता है या सभी को एक साथ मिला दिया जाता है?
आपको क्या लगता है कि स्थानीय अधिकारी सार्वजनिक स्थानों जैसे बाजारों, पार्कों, उद्यानों या अन्य क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने में कितने प्रभावी हैं?
क्या आप कचरा प्रबंधन के रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकिल केंद्रों के बारे में जानते हैं?
क्या आप जानते हैं कि यूएलबी, शहरी स्थानीय निकायों में सीवरों और सेप्टिक टैंकों की सफाई के लिए केवल लाइसेंस प्राप्त ऑपरेटरों को ही काम पर रखने की अनुमति है?
आप अपने क्षेत्र के सार्वजनिक शौचालयों की सफाई और रखरखाव से कितने संतुष्ट हैं?
कभी लोकल अथॉरिटी को सफाई से संबंधित किसी समस्या की रिपोर्ट की है और इसका समाधान कैसे किया गया था?
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Published on:
17 Feb 2025 12:14 pm
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