भाजपा में चेयरमैन के दावेदारों की लम्बी सूची है। तीन पूर्व सभापति चुनाव मैदान में हैं। तीनों की सीट फंसी हुई है। ऐसा किसी के बारे में नहीं कहा जा सकता कि उनका जीतना सुनिश्चित है। वार्ड 48 से मीना सैनी, वार्ड 58 से हर्षपाल कौर व वार्ड 62 से सुनीता खाम्बर चुनाव मैदान में हैं। तीन में से दो वार्डों में कांटे का मुकाबला है। एक वार्ड में निर्दलीय की जीत की चर्चा है। इनके अलावा वार्ड तीन से सुनील मेठी, वार्ड नौ से अशोक गुप्ता, वार्ड 6 से दिनेश गुप्ता, वार्ड 19 से घनश्याम गुर्जर, वार्ड 31 से धीरज जैन चेयरमैन के प्रबल दावेदार हैं लेकिन, सबकी सीट पर कांटे का मुकाबला है।
कांग्रेस पार्टी में पार्षद से अलग चेहरे को चेयरमैन का दावेदार माना जा रहा है। हालांकि अभी तक पार्टी ने ऐसी कोई घोषणा भी नहीं की है कि पार्षद ही चेयरमैन का प्रत्याशी होगा। पार्षद के अलावा अजय अग्रवाल को चेयरमैन का दावेदार बनाने की अधिक चर्चा है। हालांकि यह सब पार्टी की सीट के आंकड़े पर तय करेगा। ज्यादा निर्दलियों की जरूरत पड़ी को पार्षद के अलावा चेयरमैन प्रत्याशी उतारा जा सकता है। पार्टी को पूरा बहुमत मिलता है तो चुने पार्षदों में से चेयरमैन चुना जाना संभव है। लेकिन, जानकारों का कहना है कि स्पष्ट बहुमत कांग्रेस को मिलना बहुत मुश्किल है।