
राजस्थान गवर्नमेंट हैल्थ स्कीम (आरजीएचएस) में अनियमितता सामने आने के बाद प्रदेश में नौ कार्मिकों को निलंबित किया गया है, इनमें पांच चिकित्सक शामिल हैं।
खैरथल-तिजारा जिले के बीबीरानी सीएचसी की चिकित्सक डॉ. मनीषा, जिला चिकित्सालय अलवर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरसीलाल पचौरी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. कपिल भारद्वाज एवं आयुर्वेद औषधालय बालेटा, अलवर के कंपाउंडर चंद्रशेखर जाटव को निलंबित किया गया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि विगत काफी समय से आरजीएचएस में अनियमितता करने की शिकायतें आ रही थीं। जांच के बाद उक्त कार्रवाई की गई है। इसी प्रकार राजस्थान पेंशनर्स एसोसिएशन मेडिकल स्टोर, कपनी बाग रोड, अलवर, मित्तल हॉस्पिटल, चिकित्सकों एवं कार्ड धारी कार्मिक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
आरजीएचएस में भ्रष्टाचार के मामले में एईएन व दवा विक्रेता सहित तीन लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज हुआ है। इस संबंध सीएमएचओ कार्यालय में तैनात डॉ. दिनेश मीणा ने पुलिस को रिपोर्ट दी है। इसमें बताया गया है कि क्यूसीपीए की जांच में पीएचईडी सब डिविजन कार्यालय उमरैण में कार्यरत एईएन किशोरीलाल पुत्र कजोड़ीराम द्वारा कंपनीबाग रोड स्थित राजस्थान पेंशनर्स एसोसिएशन मेडिकल स्टोर के साथ मिलीभगत कर और फर्जी दस्तावेज बनाकर आरजीएचएस के तहत दवाएं लिखवाई गई।
इसके बाद मेडिकल स्टोर से दवा के बदले नगद राशि एवं अन्य उपयोग की सामग्री प्राप्त कर आरजीएचएस का अनुचित लाभ उठाकर राजकोष को जान-बूझकर हानि पहुंचाने का कार्य किया गया है। उसके आरजीएचएस कार्ड से 26 लाख 70 हजार 233 रुपए का अनुचित लाभ लिया गया है। आरोपी किशोरी लाल द्वारा दिए गए लिखित बयान में बताया गया है कि उसके विभाग का सेवानिवृत्त कर्मचारी रामोतार गुप्ता उसके आरजीएचएस कार्ड के बदले उसे शराब पिलाता था। साथ ही अलवर शहर के मित्तल हॉस्पिटल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है।
Published on:
22 Aug 2025 12:46 pm
बड़ी खबरें
View Allअलवर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
