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इस बार करणी माता मंदिर में मेला भरेगा या नहीं… क्यों है संशय? देखें यहां 

इस शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू होने जा रहे हैं। शुभ मुहूर्त में घट स्थापना कर लोग मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करेंगे, लेकिन अलवर शहर के बाला किला स्थित करणी माता मंदिर में मेला भरेगा या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है।

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करणी माता मंदिर अलवर (फोटो - पत्रिका)

इस शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू होने जा रहे हैं। शुभ मुहूर्त में घट स्थापना कर लोग मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करेंगे, लेकिन अलवर शहर के बाला किला स्थित करणी माता मंदिर में मेला भरेगा या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है। मंदिर मार्ग क्षतिग्रस्त है। पीडल्ब्यूडी इसका मरमतीकरण करवा रहा है, लेकिन बारिश की वजह से काम अवरुद्ध हो रहा है। ऐसे में नवरात्र से पहले काम पूरा होना मुश्किल नजर आ रहा है। इस रोड को सही करने के लिए सरकार से पांच करोड़ का बजट मांगा गया है।

इस सड़क का केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने उद्घाटन किया था। इसके कुछ दिन बद ही 15 जून को हुई तेज बारिश से यह क्षतिग्रस्त हो गई। तीन महीने से यह काम चल रहा है, लेकिन अभी तक 20 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है। पहले बनाई दीवार बारिश के चलते ढ़ह गई थी, अब मिट्टी के कट्टे भरकर अस्थाई रूप से सड़क सुरक्षा दीवार बनाने का काम किया जा रहा है।

पैदल जा सकेंगे श्रद्धालु, वाहनों की नो-एंट्री

पीडब्ल्यूडी की अधिशाषी अभियंता अलका व्यास ने बताया कि सड़क बनाने का काम जारी है। इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, लेकिन खराब मौसम में काम करना मुश्किल हो रहा है। हमारी कोशिश है कि नवरात्र से पहले इसे सही कर दिया जाए। हालांकि अभी इस पर वाहन ले जाना संभव नहीं है। यदि रोड सही हो भी जाता है तो केवल पैदल ही निकलना संभव होगा। मेले में चोपहिया वाहनों से सामान ले जाया जाता है। दूरदराज के श्रद्धालु दुपहिया वाहनों से आते हैं।

विकट मोड़ से बाला किला तिराहा तक चार जगह टूटी सड़क

पिछले नवरात्र में इस सड़क का एक करोड़ की लागत से काम हुआ था। मार्च में सड़क पेवरीकरण के लिए गए सड़क निर्माण सामग्री के डंपर, आधुनिक रोड रोलर जाने के कारण व रियासत कालीन नाली और मोरों की सफाई न होने की वजह से विकट मोड़ से बाला किला तिराहा तक अभी चार जगह पर सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो चुकी है।