
Ambikapur News: एसईसीएल बिश्रामपुर की केतकी भूमिगत खदान परियोजना से कोयला लोड कर लुण्ड्रा बटवाही कोल डिपो जा रहे तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से गुरुवार की देर शाम स्कूटी सवार युवक की मौत हो गई। युवक की मौत उपरांत आक्रोशित लोगों द्वारा शव को रात में सड़क पर रखकर घंटों चक्काजाम कर दिया गया। एसडीएम व अन्य अधिकारियों की काफी समझाइश उपरांत आंदोलन को देर रात स्थगित किया गया। लेकिन शुक्रवार की दोपहर में पुन: ग्रामीणों द्वारा अपनी मांगों को लेकर चक्काजाम कर आंदोलन किया गया।
ग्राम पंचायत कुरुवां निवासी 28 वर्षीय अश्वंत पाटले पिता रामा पाटले गुरुवार की देर शाम करीब सात बजे अपने रिश्तेदार चचेरे भाई को हनुमान मंदिर के समीप घर में छोड़कर अपनी स्कूटी से छोड़कर अपने घर लौट रहा था। तभी एसईसीएल बिश्रामपुर की केतकी भूमिगत खदान परियोजना से कोयला लोडकर लुण्ड्रा बटवाही कोल डिपो जा रहे ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीएच 4009 के चालक झारखंड गढ़वा निवासी नूर आलम ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए कुरुवां बाजार के पास स्कूटी सवार अश्वंत पाटले को चपेट में ले लिया। इससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
युवक की मौत से नाराज ग्रामीणों द्वारा बिश्रामपुर-मानी मुख्य मार्ग पर शव को रखकर चक्काजाम कर घंटों प्रदर्शन किया गया। हादसे उपरांत सड़क जाम की सूचना पर एसडीएम शिवानी जायसवाल, सीएसपी एसएस पैकरा व लटोरी तहसीलदार सुरेंद्र पैकरा तत्काल दलबल के साथ मौके पर पहुंचे।
यहां पर एसडीएम द्वारा प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से चर्चा करने उपरांत समझाइश देने के बाद सड़क पर रखे गए युवक के शव को पीएम हेतु बिश्रामपुर अस्पताल भिजवाया गया। शुक्रवार को पीएम उपरांत बिश्रामपुर पुलिस ने शव परिजन को सौंप दिया। दोपहर में पुन: ग्रामीण शव को सड़क पर रख मांग पूर्ण होने तक चक्काजाम करने लगे। घण्टेभर चले आंदोलन के बाद सूरजपुर तहसीलदार की समझाइश उपरांत मृतक के परिवार को बीस लाख रुपए मुआवजा व नौकरी देने की बात पर ग्रामीण सहमत हुए।
पांच दिन में एसईसीएल प्रबंधन को मीटिंग बुलाकर फैसला लेने की बात कही गई है। इस पर ग्रामीणों ने पांच दिन के भीतर मृतक के परिवार को मुआवजा व नौकरी नहीं दिए जाने की स्थिति में पुन: उग्र आंदोलन की बात कही है। सूरजपुर तहसीलदार ने इस दौरान ग्रामीणों से चर्चा कर आंदोलन समाप्त कराया।
बताया जा रहा है कि बिश्रामपुर रेहर गायत्री मार्ग से ही रेहर, गायत्री, केतकी, आमगांव चार खदानों का कोयला परिवहन होता है। यह मार्ग पूरी तरह से जर्जर होने व एकांगी होने से आए दिन हादसे होते थे। लगातार हादसों के बाद एसईसीएल प्रबंधन द्वारा 21 करोड़ रुपए की लागत से उक्त मार्ग का नवीनीकरण चौड़ीकरण कराया जा रहा है। नई चौड़ी सड़क निर्माण होने के बाद इस रूट पर वाहनों की स्पीड बढ़ गई है। जहां हादसा हुआ है वहां मोड़ है और प्रकाश की व्यवस्था नहीं है। इस वजह से भी हादसा हुआ है।
ग्रामीणों ने सड़क पर संकेतक और आवश्यकतानुसार प्रकाश की व्यवस्था की भी मांग की है। हादसे में मृत युवक का शुक्रवार को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक युवक गांव में ही ठेकेदार प्रहलाद राय के स्थित प्लांट में मजदूरी का कार्य करता था। हादसे से परिवार में मातम का माहौल है।
Published on:
07 Dec 2024 01:05 pm
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