
Youth whose murder
अंबिकापुर. शहर के नमनाकला स्थित फूल व्यवसायी के घर में रहकर काम कर रहे युवक की लाश शुक्रवार की सुबह नाले में मिली। उसके शरीर पर गंभीर चोट (Brutal murder) के निशान पाए गए हैं। गुरुवार की रात युवक खाना खाने के बाद फूल व्यवसायी के छोटे भाई के साथ गोदाम में सोया था। घटना के बाद से व्यवसायी का भाई फरार है, जिसे पुलिस हत्या का संदेही मानकर उसकी तलाश के लिए झारखंड गई है। युवक की हत्या फूल व्यवसायी के गोदाम में की गई, फिर शव को फेंका गया। इधर मृतक के परिजन ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। हंगामे के कारण शव का पीएम लगभग 4 घंटे बाद कराया गया।
दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम खजूरी नवानगर निवासी जुगनू यादव (Brutal murder) उर्फ मनबोध पिता धनुषदेव यादव 25 वर्ष पिछले 7 साल से अंबिकापुर के नमनाकला झंझटपारा निवासी फूल व्यवसायी बीरबल यादव के यहां रहकर काम करता था। बीरबल का सरस्वती शिशु मंदिर के पीछे फूल-माला का दुकान भी है।
जुगनू घर व फूल दुकान दोनों जगह काम करता था। शुक्रवार की सुबह झंझटपारा स्थित व्यवसायी के गोदाम के समीप नाले में उसका शव मिला। सूचना पर कोतवाली पुलिस व एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। युवक के शरीर पर गई जगह गंभीर चोट के निशान थे।
मृतक जुगनू व अन्य लोगों ने फूल व्यवसायी बीरबल के यहां खाना खाया था। खाना खाने के बाद युवक फूल व्यवसायी के छोटे भाई संजू यादव के साथ गोदाम (Brutal murder) में सोया था। घटना के बाद से संजू फरार है। पुलिस प्रथम दृष्टया उसे संदेही मान कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
कोतवाली थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। इस दौरान फॉरेंसिक एक्सपर्ट को भी जांच के लिए बुलाया गया था। गोदाम में खून कें छींटे, खून से सनी हुई ईंट, रॉड, बिस्तर पर टूटे हुए तीन दांत व हड्डी के टुकड़े मिले हैं। गोदाम में पहले युवक की हत्या (Brutal murder) की गई है, फिर उसकी लाश को नाले में फेंका गया है।
जुगनू यादव की हत्या सोने के दौरान ही की गई है। ईंट व रॉड से हमला कर उसके जबड़े व सिर को कुचला गया है। वहीं घटना के बाद से फूल व्यवसायी बीरबल का भाई संजू फरार है। पुलिस उसे संदेही (Brutal murder) मान रही है। इसके अलावा पुलिस ने बीरबल यादव से भी पूछताछ की है। पुलिस की एक टीम झारखंड रवाना हुई है, संजू का लोकेशन वहीं मिला है।
घटना की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे। मृतक जुगनू यादव का चाचा इंद्रजीत व अन्य परिजन का कहना है कि मौके पर हम लोगों को जाने नहीं दिया गया। वहीं शव (Brutal murder) को भी नहीं दिखाया गया। इसके अलावा घटना की जानकारी होने के बाद फूल व्यवसायी बीरबल ने तत्काल परिजन को नहीं बताया। इन बातों को लेकर परिजन नाराज थे।
अस्पताल पहुंचने के बाद परिजन शव का पीएम नहीं कराने को तैयार थे। परिजन को समझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अस्पताल परिसर में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। कोतवाली, मणिपुर व दरिमा थाना प्रभारी भी मौके पर रहे। इसके बावजूद परिजन शव का पीएम नहीं करा रहे थे।
सीएसपी की सख्त फटकार (Brutal murder) के बाद भी परिजन को कुछ फर्क नहीं पड़ा। इसके बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनारायण यादव के आने के बाद उनके द्वारा परिजन को समझाइश दी गई। करीब 3 घंटे के विरोध के बाद पीएम कराने परिजन तैयार हुए।
Updated on:
11 Apr 2025 08:54 pm
Published on:
11 Apr 2025 08:46 pm
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