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CG huge fire: Sports सेंटर व होटल में भीषण आग से सबकुछ खाक, बुझाने में लगे 10 घंटे, 5 करोड़ के नुकसान का अनुमान

CG huge fire: शहर के चोपड़ापारा स्थित स्पोट्र्स सेंटर व होटल राधे कृष्णा में शॉर्ट-सर्किट से लगी आग ने लिया भीषण रूप, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ व जिला पुलिस बल के लगभग 100 जवान आग बुझाने में लगे रहे।

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CG huge fire

अंबिकापुर. CG huge fire: अंबिकापुर के चोपड़ापारा स्थित चौपाटी के समीप सोमवार की सुबह करीब 9.30 बजे होलसेल स्पोट्र्स सेंटर व राधे-कृष्णा होटल में भीषण आग लग गई। घटना स्थल के बाहर विद्युत खंभे में हुए शॉर्ट सर्किट के कारण आग स्पोट्र्स दुकान में आग लगी थी, जो तेजी से फैलते हुए स्पोटर्स सेंटर व होटल की पांचवीं मंजिल तक पहुंच गई। इससे पूरा सामान जलकर खाक हो गया। आगजनी में 5 करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है।


आग इतनी भीषण थी कि फायर व एसडीआरएफ टीम को 10 घंटे से भी अधिक समय काबू पाने में लग गए। शुरूआत में फायर ब्रिगेड की टीम ने दमकल वाहन से आग बुझाने की कोशिश की पर पानी का फोर्स ज्यादा नहीं होने के कारण चौथे व पांचवें मंजिल तक नहीं पहुंच पा रहा था।

इससे आग काफी तेजी से फैलता देख जिला प्रशासन द्वारा तत्काल दरिमा एयरपोर्ट से दमकल वाहन मंगाया गया। इसके अलावा सूरजपुर से भी दो दमकल गाडिय़ां, पुलिस विभाग का वाटर कैनन वाहन और अंबिकापुर के चार दमकल वाहनों से फिर आग बुझाना शुरू किया गया। स्पोट्र्स सेंटर व होटल एक ही परिवार का है। दो सगे भाई संजय सिंह व प्रमोद ङ्क्षसह द्वारा इसका संचालन किया जाता है।

होटल के अंदर सो रहे थे दो कर्मचारी, इन्हें निकाला गया

आगजनी के दौरान स्पोटर्स सेंटर के संचालक संजय सिंह होटल के अंदर ही थे। आग लगने की जानकारी हुई तो उन्होंने सबसे पहले होटल के ऊपर मंजिल पर सो रहे दो कर्मचारियों को तत्काल बाहर निकाला।

वहीं होटल में 10-12 लोग रूके थे जो सुबह 5 बजे चेकआउट हो चुके थे, इसलिए होटल में कोई नहीं था। वहीं आग ने होटल में जब भीषण रूप ले लिया तो संचालक संजय सिंह व्याकुल होकर पुन: अंदर घुस गए। उन्हें स्थानीय लोगों ने पकडकऱ बाहर निकाला। इस दौरान उनका चेहरा हल्का झुलस गया है।

स्पोट्र्स सेंटर में भरा था खेल का सामान

आगजनी में लगभग 5 करोड़ से ज्यादा का नुकसान बताया जा रहा है। होटल व स्पोर्ट्स ंसेंटर एक ही परिवार के दो सगे भाई संजय ङ्क्षसह व प्रमोद सिंह का है। स्पोर्ट्स सेंटर में पूरा सामान भरा पड़ा था। वहीं होटल में भी कुछ सामान स्पोर्ट्स के रखे हुए थे। आगजनी में पूरी सामान के साथ-साथ-साथ भवन भी जलकर बर्बाद हो गया।

75 फिट लंबा था कंट्रक्शन, 100 से अधिक जवान लगे

स्पोर्ट्स सेंटर व राधा कृष्ण होटल दोनों एक ही लोकेशन पर स्थित हैं। दोनों पांचवें मंजिल तक संचालित है। दोनों 75 फीट एरिया में निर्मित है। होटल व स्पोटर््स सेंटर में कहीं पर वेंटिलेशन नहीं दिया गया है। इसलिए आग बुझाने में भी काफी राहत कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। 75 फीट लंबे भवन में पानी का फोर्स पहुंच पाना मुश्किल हो रहा था।

इस स्थिति में फायर व एसडीआरएफ के टीम ने होटल व स्पोटर््स सेंटर के सामने व पीछे से आग बुझाने का कार्य किया गया। आग पीछे तक फैल गई थी। गनीमत रही की आस-पास के दूसरे मकानों में आग फैलने से पहले ही टीम द्वारा काबू पा लिया गया। आग बुझाने में 10 घंटे से अधिक का समय लगा।

इस दौरान राहत कर्मियों को आग बुझाने के लिए बीच में कई जगह दीवार भी तोडऩा पड़ा। संभागीय कमांडेंट फायर ब्रिगेड राजेश पांडेय ने बताया कि आग बुझाने में फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ व जिला पुलिस बल के लगभग १०० जवान लगाए गए थे। इस दौरान मौके पर अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, भाजपा सांसद प्रत्याशी चिंतामणि महाराज, एसपी विजय अग्रवाल सहित अन्य उपस्थित रहे।

ये सबसे पहले घुसे अंदर

दोपहर करीब 1 बजे तक आग पर कुछ हद तक काबू पा लिया गया था। आग की लपटें कंट्र्रोल होने पर सबसे पहले बीए सेट पहनकर एसडीआरएफ के रविलाल यादव व फायर विभाग के गौरव पाठक होटल के अंदर घुसे। ये दोनों अंदर करीब १ घंटे अंदर रहे और आग का जायजा लिया। ये होटल के अंदर से ही स्पोटर््स सेंटर में भी गए। होटल में दोपहर १ बजे तक आग पूरी तरह बुझ चुकी थी।

हर तीन मिनट पर खत्म हो रहा था एक टैंकर पानी

फायर ब्रिगेड के कमांडेंट राजेश पांडेय ने बताया कि आग बुझाने के लिए 10 दमकल वाहन लगाए गए थे। वहीं हर तीन मिनट में एक टैंकर पानी आग बुझाने में खत्म हो रहा था। दोनों भवनों को कूल करने में भी दो घंटे से ज्यादा का समय लगा है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब 200 टैंकर पानी खपत हुई होगी।

संसाधन की कमी का करना पड़ा सामना

आग बुझाने में फायर ब्रिगेड के जवान व एसडीआरएफ के जवानों की अहम भूमिका रही। वहीं इन्हें फायर ब्रिगेड के संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ा। फायर ब्रिगेड के पास आज भी भीषण आग बुझाने के लिए पर्याप्त सांसधन नहीं है।

शुरूआती समय में दमकल वाहन से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन सफल नहीं होने पर दरिमा एयरपोर्ट व सूरजपुर से दमकल वाहन मंगाए गए। कई दमकल वाहन काफी पुराने हो चुके हैं।