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CGPSC results: प्राइवेट टीचर और ठेला मजदूर के बेटे का CGPSC में चयन, एक को मिला 24वां तो दूसरे को 90वां रैंक

CGPSC results: सीजीपीएससी द्वारा परीक्षा परिणाम किया गया घोषित, सफलता प्राप्त करने से परिवार में खुशी का माहौल, मिठाई खिलाकर दी गई बधाई

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CGPSC results

Topper Shishir Dwivedi

अंबिकापुर। सीजीपीएससी का परीक्षा परिणाम गुरुवार की रात घोषित कर दिया गया है। इसमें अंबिकापुर के भी 2 युवाओं को सफलता मिली है। शिशिर द्विवेदी को 24वां रैंक प्राप्त हुआ है। इनके पिता प्राइवेट स्कूल के शिक्षक हैं। वहीं मजदूर के बेटे पंकज यादव ने 90 वां रैंक प्राप्त कर सफलता (CGPSC results) हासिल की है। यह पंकज का 5वां प्रयास था। इन दोनों युवाओं को सीजीपीएससी में सफलता मिलने से परिवार में खुशी की लहर है। उन्होंने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। इनका कहना है कि माता-पिता का धैर्य व प्रेरणा के कारण ही हम सफल हो पाए हैं।

शिशिर द्विवेदी अंबिकापुर के मायापुर के रहने वाले हैं। उनके पिता सुरेंद्र द्विवेदी प्राइवेट स्कूल के शिक्षक हैं व मां वंदना द्विवेदी गृहिणी हैं। शिशिर अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। उनकी प्राथमिक शिक्षा विक्टोरिया पब्लिक स्कूल से हुई है। उन्होंने वर्ष 2015 में कक्षा 10वीं की परीक्षा पास की थी।

इसके बाद कक्षा 11वीं व 12वीं की पढ़ाई कॉर्मेल स्कूल से की है। वे शुरू से मेधावी रहे हैं। साईं बाबा कॉलेज से बीएससी मैथ्स से किया था और गोल्ड मेडलिस्ट (CGPSC results) रहे थे। इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन व एमएससी की पढ़ाई पीजी कॉलेज से पूरी की है। एमएससी फिजिक्स में भी गोल्ड मेडलिस्ट रहे हंै। इसके बाद शिशिर अगस्त 2022 से पीएससी की तैयारी में जुट गए थे।

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CGPSC results: हर दिन 7-8 घंटे करता था पढ़ाई

शिशिर ने बताया कि अगस्त 2022 में पीएससी (CGPSC results) की तैयारी में जुट गया था। उन्होंने बिलासपुर में कुछ महीनों तक रहकर प्री की कोचिंग की थी। इसके बाद वह अंबिकापुर वापस आ गए थे। इसके बाद कोई कोचिंग क्लास नहीं की। घर में ही रहकर पढ़ाई करता था और तैयारी में लगा रहा।

उन्होंने बताया है कि मैं हर दिन 7-8 घंटे पढ़ाई करता था। इसके लिए कोई टाइम टेबल नहीं था।उन्होंने बताया कि मध्यम परिवार के होने के बावजूद भी मेरे माता-पिता जॉब के प्रति किसी तरह का कोई दबाव नहीं डाले। पढ़ाई के लिए प्रेरित करते रहे। यहीं कारण है कि सीजीपीएससी में सफलता मिली है। आगे यूपीएसी निकालना मेरा लक्ष्य है।

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ठेला चलाते हैं पंकज के पिता

अंबिकापुर के बौरीपारा निवासी पंकज यादव को 5वें प्रयास में सीजीपीएससी (CGPSC results) में सफलता मिली है। उन्होंने सीजीपीएससी में 90वां रैंक हांसिल किया है। उनके पिता रामेश्वर यादव मजदूर हैं। ठेला चलाकर परिवार का जीवन यापन करते हैं। माता रायवति गृहिणी हैं। पंकज दो भाई व दो बहन हैं।

भाई व बहन की शादी हो चुकी है। इनके परिवार ने गरीबी के बीच संघर्ष किया है। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा मल्टीपरपज स्कूल से की है। इसके बाद साईं बाबा कॉलेज से बीएससी कंप्यूटर से किया है। एमएससी की पढ़ाई पीजी कॉलेज से पूरी की है।

पंकज वर्ष 2019 से कर रहे थे प्रयास

पंकज यादव बिलासपुर में रहकर वर्ष 2019 से पीएससी (CGPSC results) की तैयारी में लगे थे, लेकिन लगातार परीक्षा देने के बाद सफल नहीं हो पा रहे थे। इंटरव्यू में तीन बार छंटने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और वर्ष 2023 में पुन: प्रयास किया और सफलता मिल गई। पंकज ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है।

उन्होंने कहा कि मेरे पिता मजदूर होने के बावजूद भी मुझ पर किसी तरह का दबाव नहीं डाले।,इसलिए मैं लगातार प्रयास करता रहा। माता-पिता के धैर्य के कारण ही आज मैं सफल हो पाया हूं।


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