
अंबिकापुर. Humanity shameful: घर में पिता की लाश पड़ी हो और संपत्ति के लिए 2 भाई एक-दूसरे की जान लेने पर उतारु हो गए हों, एक-दूसरे का सिर फोड़ कर थाने पहुंच गए हों। ऐसा मामला कभी-कभार ही देखने को मिलता है। यह मानवता को शर्मसार (Humanity shameful) करने वाला है। ऐसा ही एक मामला शहर के चांदनी चौक से सामने आया है। यहां रात में एक पिता की मौत के बाद सुबह उनकी अर्थी सजाई गई।
इधर पिता की अर्थी को कंधा देने से पहले उसके 2 बेटों ने संपत्ति बंटवारे को लेकर सिर फुटौव्वल कर लिया। फिर लहूलुहान हालत में दोनों कोतवाली पहुंचे। यह घटना देख मोहल्लेवासी भी दोनों भाइयों को कोस (Humanity shameful) रहे हैं। वहीं पिता की लाश भी यही कह रही होगी कि इससे अच्छा तो मैं बेऔलाद ही होता।
शहर के मायापुर चांदनी चौक निवासी 80 वर्षीय गिरिवर सोनी की बुधवार की रात करीब 8 बजे मौत हो गई। सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाना था। गुरुवार की सुबह घर के बाहर अर्थी सजाई गई, लेकिन पिता का अंतिम संस्कार करने से पहले घर में बड़ा विवाद (Humanity shameful) हो गया।
उनके 2 बेटे चमरु सोनी व विजय सोनी संपत्ति के बंटवारे को लेकर आपस में भिड़ गए। बहस से शुरु हुई बात ने इतना भयानक रूप ले लिया कि दोनों ने लाठी-डंडे व ईंट-पत्थर से एक-दूसरे का सिर फोड़ दिया। यह देख मोहल्लेवासी भी हैरान रह गए। उन्होंने समझाने की कोशिश की, लेकिन दोनों भाई एक-दूसरे की जान लेने पर उतारू थे।
घर में पिता की लाश पड़ी है। बाहर अर्थी सजी हुई है और उसके दोनों बेटे लहूलुहान हालत में थाने पहुंच गए। घटना की खबर लगते ही पार्षद सतीश बारी सहित मोहल्ले के वरिष्ठ लोग भी कोतवाली पहुंचे। यहां पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाइश दी कि पहले पिता का अंतिम संस्कार तो कर लेते।
संपत्ति को लेकर अपने ही अपनों के खून के प्यासे बन जाते हैं, यह बात तो जगजाहिर है। लेकिन ऐसे समय में जब पिता की घर पर लाश पड़ी हो, उनका शव अंतिम संस्कार को इंतजार कर रहा हो और बेटे संपत्ति के लिए आपस में भिड़ गए। यह मानवता को शर्मसार (Humanity shameful) करने वाला मामला है।
Updated on:
05 Sept 2024 01:42 pm
Published on:
05 Sept 2024 01:41 pm
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