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देवर ने भाभी के साथ की हैवानियत तो पत्नी ने भी दिया पूरा साथ, जब नहीं सहन हुआ दर्द तो दुनिया से हो गई अलविदा

3 साल पहले पति की मौत के बाद रह रही थी अकेली, देवर-देवरानी की करतूत से हो गई थी बेहोश तो सौतन की मां ने रखा था घर में

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Dead body

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अंबिकापुर. पति की मौत के बाद एक महिला के देवर-देवरानी उसकी संपत्ति पर कब्जा करना चाह रहे थे। पति की संपत्ति से खुद को अलग होता देख उसने सौतन की संतान को कोर्ट में अपना वारिस बताया। इस बात से देवर-देवरानी काफी नाराज थे। सप्ताहभर पूर्व वह राशन लेने सोसायटी में गई थी।

इसी बीच देवर-देवरानी ने उसकी डंडे से जमकर पिटाई कर दी। इससे वह बेहोश हो गई थी। गंभीर हालत में उसे स्थानीय अस्पताल से मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया था लेकिन उसे घर ले जाया गया।

23 अप्रैल को उसकी अचानक तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल लाया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने देवर-देवरानी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।


दरिमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तुनगुरी निवासी नाथू दास ने सांझो बाई 65 वर्ष से शादी की थी। उससे कोई वारिस नहीं होने पर उसने दूसरी शादी की थी। दूसरी पत्नी से वह पिता बन चुका था।

3 साल पहले नाथू दास की मौत के बाद से उसके छोटे भाई मानिक दास व देवरानी सोमारी दास की नजर उसकी संपत्ति पर थी। उन्होंने कोर्ट में आवेदन दिया कि बड़े भाई का कोई वारिस नहीं है, इसलिए उसकी संपत्ति उनके नाम किया जाए। इस बात की सूचना मिलते ही सांझो बाई ने आवेदन में अपनी सौतन की संतान को वारिस बताकर उसके नाम संपत्ति करने की गुहार लगाई।

यह मामला चल ही रहा था कि 16 अप्रैल को सांझो बाई गांव में राशन लेने राशन दुकान गई थी। इसी बीच देवर-देवरानी वहां पहुंच गए और डंडे से उसकी बेदम पिटाई कर दी। पिटाई से वह बेहोश हो गई तो दोनों फरार हो गए। इसके बाद सौतन की मां ने उसे अपने घर में रखा।


दूसरे दिन होश आने पर थाने में दी सूचना
बेहोशी की हालत में ही सांझो सौतन की मां के घर रही। दूसरे दिन जब उसे होश आया तो दरिमा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रेफर कर दिया लेकिन अंबिकापुर लाने की बजाय उसे उसके घर पहुंचा दिया गया।


तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल में कराया गया भर्ती
इलाज नहीं मिल पाने के कारण सांझो की तबीयत धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही थी। इसी बीच 23 अप्रैल की शाम उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो परिजनों द्वारा उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मामले की विवेचना में जुट गई है।


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