अंबिकापुर. सरगुजा संभाग में भी मॉनसून (Monsoon in Surguja) ने दस्तक दे दी है। सोमवार को प्री-मॉनसून की बारिश के बाद मंगलवार की शाम को मॉनसून की बारिश हुई। पिछले 2 दिनों से सरगुजा में बारिश होने से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। वहीं छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया है।
बस्तर में फंसा मासनून (Monsoon in Surguja) अब सरगुजा सहित पूरे छत्तीसगढ़ में पहुंच गया है। सोमवार की शाम को प्री मानसून की बारिश के बाद मंगलवार की शाम को मानसून ने सरगुजा जिले में भी दस्तक दे दी है। पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी 15 जून के बाद आखिरकार 17 जून को मानसून ने दस्तक दी।
हालांकि मौसम विभाग ने इस वर्ष 10 से 15 दिन पूर्व मानसून (Monsoon in Surguja) के आने की उम्मीद जताई थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरगुजा संभाग में उमस भरी गर्मी से पिछले कई दिनों से परेशान थे, अधिकतम तापमान 38 डिग्री के आसपास रह रहा था। लोगों की सेहत पर भी विपरीत असर पड़ रहा था।
सोमवार की शाम को बारिश होने के बाद उमस भरी गर्मी से राहत मिलनी शुरू हो गई है। मंगलवार की सुबह भी रूक-रूक कर रिमझिम बारिश (Monsoon in Surguja) होती रही। इसके बाद शाम 5 बजे झमाझम बारिश होने से मौसम पूरी तरह सुहाना हो गया है।
सरगुजा (Monsoon in Surguja) जिले के अंबिकापुर सहित मैनपाट, सीतापुर इलाकों में भी पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश हो रही है। मूसलाधार बारिश होने से मैनपाट का मौसम सुहाना हो गया है। इसके अलावा बलरामपुर, सूरजपुर में भी बारिश हो रही है।
पिछले दो दिन से बारिश होने से अधिकतम व न्यूतनतम तापमान (Monsoon in Surguja) में भी गिरावट आई है। पिछले कई दिनों से अधिकतम 36 व न्यूनतम 26 डिग्री के बीच बना हुआ था। वहीं चिलचिलाती धूप के कारण उमस की स्थिति थी। अब पिछले दो दिनों से बारिश होने से अधिकतम व न्यूनतम तापमान गिरकर 34 व 24 डिग्री पहुंच गया है।
Published on:
17 Jun 2025 09:01 pm