
Loot accused and hole
अंबिकापुर. अंबिकापुर कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पिकअप चालक से लूट की घटना में गुरुवार को ही पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने एक नाबालिग समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सभी को कोतवाली के लॉकअप में रखा गया था। सभी को न्यायालय में पेश करने की तैयारी चल रही थी।
इसी बीच इनमें से एक आरोपी दोपहर में ही लघुशंका के बहाने पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। वह मोर्चा गृह में बने Whole से भाग निकला। पुलिस ने पुलिस अभिरक्षा से फरार होने का मामला दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरु कर दी है।
गौरतलब है कि बलरामपुर के ग्राम कोदौरा निवासी महताब अंसारी पिता अब्दुल अंसारी 26 सितंबर की रात करीब 7 बजे बगीचा से पिकअप में मिर्च और आलू लोड कर डेहरी ऑनसोन जाने के लिए निकला था। अंबिकापुर से करीब 12 किमी दूर रायगढ़-अंबिकापुर मार्ग पर लालमाटी के समीप पहुंचा था कि स्कूटी और बाइक में सवार युवकों ने पिकअप के सामने गाड़ी अड़ा दी। इसके बाद उन्होंने उससे मारपीट करते हुए 3 हजार रुपए नगद व दो मोबाइल लूटकर फरार हो गए।
इस दौरान हुई नोकझोंक के बीच एक युवक ने चालक के सिर में पीछे से चाकू, बेल्ट से हमला भी कर दिया था, इससे वह घायल हो गया था। कोतवाली पुलिस ने शिकायत पर धारा 341, 394 व 34 के तहत जुर्म दर्ज करते हुए विवेचना शुरू कर दी थी।
पुलिस ने मामले में गुरुवार को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर प्रतीक्षा बस स्टैंड स्थित अटल आवास निवासी 20 वर्षीय जयदीप उपाध्याय पिता राजेन्द्र उपाध्याय, इमलीपारा निवासी 20 वर्षीय आरिफ पिता शब्बीर अंसारी, बाबू पारा निवासी कुंदन गुप्ता पिता इन्द्रदेव गुप्ता सहित एक नाबालिग को गिरफ्तार किया था।
एएसआई की लापरवाही आ रही सामने!
इस मामले की विवेचना एएसआई अरूण गुप्ता द्वारा की जा रही थी। एएसआई अन्य पुलिसकर्मियों की सहयोग से आरोपियों को गुरुवार की शाम 3.30 बजे न्यायालय में पेश करने के लिए कोतवाली से ले जाने की तैयारी कर रहे थे। उस दौरान एएसआई अरूण गुप्ता कुछ अन्य कामों में व्यस्त हो गए। सभी आरोपियों को बाल हितैशी गृह में रखा गया था।
इस दौरान गिरफ्तार आरोपी प्रतीक्षा बस स्टैंड स्थित अटल आवास निवासी 20 वर्षीय जयदीप उपाध्याय पिता राजेन्द्र उपाध्याय ने अपने साथियों से लघुशंका करने की बात कह कर चला गया। इसके बाद वह तत्काल वापस नहीं आया। विवेचक अरूण गुप्ता काम निपटाकर कर आरोपियों के पास पहुंचे तो जयदीप वहां नहीं था।
वह जयदीप के बारे में पूछा तो आरोपियों ने बताया कि वह काफी देर से लघुशंका करने गया है। इसके बाद एएसआई के होश उड़ गए। एएसआई ने तत्काल इसकी जानकारी अन्य पुलिसकर्मियों को दी। पुलिस कर्मियों ने पूरे कोतवाली परिसर में इसकी खोजबीन की तब तक वह फरार हो चुका था।
कोतवाली में बने मोर्चा से निकला बाहर
आपात स्थिति से निपटने के लिए हर थाने में मोर्चा का निर्माण कराया जाता है। थाना क्षेत्र की दीवारों पर ७ फीट की ऊंचाई पर 12 बाई 12 इंच का hole छोड़ा जाता है ताकि कोई भी अप्रिय घटना होने पर पुलिस द्वारा इस hole से मोर्चा संभाला जा सके। कोतवाली पुलिस आरोपी जयदीप उपाध्याय सहित अन्य आरोपियो को न्यायालय में पेश करने के लिए ले जाने की तैयारी कर रही थी।
इसी दौरान जयदीप मोर्चा में घुसकर फरार हो गया। पुलिस ने जाकर मोर्चा के पास देखा तो मोर्चा में रखी गई ईंट बाहर गिरी हुई थी। इससे पुलिस को समझ आ गया की आरोपी इसी मोर्चे से बाहर निकला होगा और यहां से भाग गया।
तलाश में जुटी पुलिस
कोतवाली से आरोपी को भाग जाना बड़ी मामला है। कोतवाली टीआई ने आरोपी को भागने की जानकारी तत्काल एसपी व आईजी को दी। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर तत्काल आरोपी की तलाश के लिए टीम का गठन किया गया है। वहीं पुलिस ने फरार आरोपी के खिलाफ पुलिस अभिरक्षा से भागने के आरोप में धारा 224 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
Published on:
12 Oct 2018 03:25 pm
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