
Padmawat on police protection
अंबिकापुर. पुलिस के कड़े पहरे व हल्के विरोध के बीच निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' का प्रदर्शन शुरू हुआ। विरोध की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने जबरदस्त तैयारी की थी, लेकिन ऐसी कोई नौबत ही नहीं आई कि पुलिस को कार्रवाई करनी पड़े।
हालांकि वसुंधरा सिटी कॉम्पलेक्स में कुछ संगठनों द्वारा फिल्म का विरोध किए जाने पर पुलिस ने लगभग 3 दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले कर थाने पहुंचा दिया। खरसिया रोड स्थित बसंत मल्टीप्लेक्स में विरोध के बावजूद फिल्म का प्रदर्शन हुआ।
शहर के तीन टॉकिजों में गुरूवार को फिल्म पद्मावत का प्रदर्शन किया जाना था। जायसवाल पीव्हीआर में फिल्म का प्रदर्शन संचालक द्वारा इनकार कर दिए जाने के बाद नहीं लगी। जबकि वसुंधरा सिटी प्लेक्स में पद्मावत का प्रदर्शन किए जाने से पूर्व ही विरोध करने बजरंग दल, हिन्दुवाहिनी व अन्य संगठन के कार्यकर्ता पहुंच गए।
लेकिन वहां पहले से ही पुलिस के जवान व अधिकारी तैनात थे। कार्यकर्ताओं द्वारा टॉकिज के संचालक से चर्चा कर फिल्म का प्रदर्शन नहीं किए जाने का अनुरोध किया गया। इसके कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा नारेबाजी करने व उग्र विरोध किए जाने पर पुलिस द्वारा उन्हेंं हिरासत में लेकर गांधीनगर थाने भेज दिया गया।
दोपहर 12 बजे के बाद बसंत मल्टीप्लेक्स में फिल्म पद्मावत का प्रदर्शन पुलिस के कड़े पहरे के बीच शुरू हुआ। काफी संख्या में पहला शो देखने काफी लोग मल्टीप्लेक्स पहुंचे थे। फिल्म का पहला शो चल रहा था। इसी दौरान इंटरवेल पर काफी संख्या में कुछ संगठन के कार्यकर्ता व पदाधिकारी वहां पहुंच गए और उन्होंने विरोध शुरू कर दिया।
विरोध देख सीएसपी आरएन यादव, प्रशिक्षु डीएसपी दीपक मिश्रा, कोतवाली टीआई विनय सिंह बघेल व क्राइम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह व एएसआई विनय सिंह ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा की। लेकिन विरोध करने वाले मल्टीप्लेक्स के संचालक से बात करने की मांग पर अड़े रहे। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच संचालक कन्हैया अग्रवाल ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा की।
फिल्म देखने के बाद तय करें विरोध करना है या नहीं
मल्टीप्लेक्स के संचालक ने विरोध करने पहुंचे लोगों से कहा कि फिल्म देखने के बाद तय करें कि विरोध किया जाना चाहिए या नहीं। लेकिन विरोधी भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात करते हुए फिल्म दिखाने पर रोक लगाए जाने की मांग करने लगे। इसपर संचालक ने कहा कि सरकार द्वारा अगर फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दिया जाता है तो वे फिल्म नहीं दिखाएंगे।
लेकिन जब कहीं रोक ही नहीं है तो फिल्म दिखाने में किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इसके बाद पुलिस के सख्त रवैय्ये को देखते हुए प्रदर्शनकारी वापस लौट गए। दूसरा शो बिना किसी विरोध के ३ बजे से शुरू हुआ। इसमें लोग परिवार के साथ फिल्म देखने पहुंचे लेकिन पुलिस ने इस दौरान भी मल्टीप्लेक्स में कड़ी सुरक्षा लगा रखी थी।
Updated on:
25 Jan 2018 05:31 pm
Published on:
25 Jan 2018 05:14 pm
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