9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पीडब्ल्यूडी अंबिकापुर डिविजन में अब 27 फीसदी बिलो पर सडक़ों का टेंडर, कैसी होगी काम की क्वालिटी?

PWD road: वर्तमान में मैटेरियल्स की बढ़ी कीमतों को देखते हुए 27 फीसदी बिलो पर काम देना विभाग के लिए बन सकता है गले की हड्डी, इसके अलावा ठेकेदार को एसडी, पीजी, रॉयल्टी, आईटी और जीएसटी जैसे अन्य करीब 17 प्रतिशत के खर्चे अतिरिक्त करना पड़ेगा वहन

3 min read
Google source verification
पीडब्ल्यूडी अंबिकापुर डिविजन में अब 27 फीसदी बिलो पर सडक़ों का टेंडर, कैसी होगी काम की क्वालिटी?

Road

अंबिकापुर. PWD road: पीडब्ल्यूडी अंबिकापुर डिविजन में अब 27 प्रतिशत बिलो में 2 सडक़ों का टेंडर हुआ है। इसके अलावा एसडी, पीजी, रॉयल्टी, आईटी और जीएसटी जैसे अन्य करीब 17 प्रतिशत के अतिरिक्त खर्चे भी ठेकेदार को वहन करने पड़ेंगे। ऐसे में इन सडक़ों को ठेका कंपनी करीब 44 प्रतिशत बिलो में करेगा। ऐसे में सडक़ निर्माण की क्वालिटी क्या होगी, इसका अंदाज सहज ही लगाया जा सकता है। यह विभाग के लिए भी गले की हड्डी बन सकता है। 27 प्रतिशत बिलो में ठेका कंपनी को मिले काम को लेकर अन्य ठेकेदारों में भी चर्चा का बाजार गर्म है कि वह इस काम को कैसे करेगा?


गौरतलब है कि पीडब्ल्यूडी अंबिकापुर डिविजन द्वारा 22 सितंबर को 3 सडक़ों का टेंडर हुआ। इनमें दरिमा-नानदमाली मार्ग पर स्थित बिहीबाड़ी से गेल्हाचुहा की 3.8 किमी सडक़ तथा अंबिकापुर-राजपुर रोड से लगे राता से डकई रोड की 4 किमी सडक़ का टेंडर 27 प्रतिशत बिलो तथा सीतापुर के बटईकेला स्थित महेशपुर से नकना घोड़ापारा की 8.35 किमी सडक़ का टेंडर 25 फीसदी बिलो में हुआ है।

तीनों सडक़ों का काम ठेकेदार मेसर्स जवाहर लाल गुप्ता को मिला है। यानी बिहीबाड़ी से गेल्हाचुहा तक की 5 करोड़ 94 लाख 76 हजार रुपए के काम को ठेका कंपनी द्वारा 4 करोड़ 32 लाख 56 हजार 894 रुपए में तथा राता से डकई रोड के 5 करोड़ 85 लाख 44 हजार रुपए के काम को ठेका कंपनी द्वारा 4 करोड़ 25 लाख 79 हजार 51 रुपए में किया जाएगा।

वहीं महेशपुर से नकना तक बनने वाली 10 करोड़ 15 लाख 37 हजार की सडक़ को ठेका कंपनी 25.2 प्रतिशत बिलो यानी 7 करोड़ 59 लाख 49 हजार 676 रुपए में करेगा। इसके अलावा एसडी, पीजी, रॉयल्टी, आईटी और जीएसटी जैसे अन्य करीब 17 प्रतिशत के अतिरिक्त खर्चे भी ठेकेदार को वहन करने पड़ेंगे।

यानी कुल मिलाकर 44 प्रतिशत बिलो में 2 सडक़ों का काम जबकि एक सडक़ का काम वह करीब 42 फीसदी में इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठेका कंपनी द्वारा किए जाने वाली सडक़ निर्माण की क्वालिटी किस स्तर की होगी?

यह भी पढ़ें: स्टेट हाइवे पर पेड़ से जा टकराई तेज रफ्तार कार, 2 दोस्तों की मौत, शव निकलवाने मंगानी पड़ी जेसीबी


पहली बार 27 फीसदी बिलो में टेंडर
पीडब्ल्यूडी अंबिकापुर डिविजन में विगत 3 वर्षों में यह पहली बार है जब किसी सडक़ का टेंडर 27.27 फीसदी बिलो में हुआ है। इससे पूर्व हाल ही में एक सडक़ का टेंडर 26 प्रतिशत बिलो में हुआ था। अब उक्त सडक़ का रिवाइज्ड इस्टीमेट अपू्रव कराकर काम कराए जाने की तैयारी है।

जबकि 3 वर्ष पूर्व 22 फीसदी बिलो में अग्रसेन चौक से सांड़बार तक का टेंडर विभाग द्वारा किया गया था। तीन साल पहले मैटेरियल्स के दर कम थे। इसके बाद भी काम की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठे थे। वर्तमान में बढ़ी हुई कीमतों पर 27 फीसदी बिलो में काम को स्वीकृत करना विभाग के लिए नासूर बन सकता है।

यह भी पढ़ें: Video: 2 करोड़ रुपए गंवा चुके व्यवसायी की होटल में फांसी पर लटकी मिली लाश, सुसाइड नोट में लिखी आत्महत्या की वजह


42 किमी की लीड, महंगी मिलेगी गिट्टी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहीबाड़ी से गेल्हाचुहा रोड के लिए यदि ठेकेदार बरियों से गिट्टी का ट्रांसपोर्टेशन करता है तो उसकी लीड करीब ४२ किलोमीटर की पड़ेगी।

वहीं महेशपुर से बटईकेला तक जाने वाली सडक़ के लिए ठेकेदार को करीब ८४ किलोमीटर की लीड पड़ेगी। इसके बाद रॉयल्टी का खर्च अलग से आएगा। इससे गिट्टी की कीमत भी सामान्य दर से अधिक महंगी होगी।


अभी टेंडर खुला है, एक्सेप्टेंस नहीं हुआ
अभी टेंडर सिर्फ खुला है, इसका एक्सेप्टेंस नहीं हुआ है। 27 प्रतिशत बिलो में काम करना पॉसिबल तो नहीं है लेकिन ठेकेदार इसे कैसे करेगा, यह तो वही बता सकता है।
बिरेंद्र सिंह बेदिया, ईई पीडब्ल्यूडी, अंबिकापुर


बड़ी खबरें

View All

अंबिकापुर

छत्तीसगढ़

ट्रेंडिंग