वहीं पुलिस ने विभिन्न व्हाट्सएप गु्रप में मृतक की फोटो डालकर नीचे उसकी मौत के बारे में लिखा था। जब युवक के घरवालों ने व्हाट्सएप में उसकी तस्वीर देखी तो उनके होश उड़ गए। इसके बाद वे रोते-बिलखते मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित पुलिस सहायता केंद्र पहुंचे। इसके बाद वे शव को साथ ले गए।
उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सानीबर्रा निवासी ३० वर्षीय भुवनेश्वर राम पिता गौवंतु राम गुरुवार की दोपहर बाइक से परिजन को बिना बताए कहीं गया था। उदयपुर के खोंधला बाजार के पास अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी थी, इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्थानीय लोगों ने संजीवनी 108 से उसे इलाज के लिए उदयपुर अस्पताल भिजवाया था।
यहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया था। यहां इलाज के दौरान शुक्रवार की दोपहर उसकी मौत हो गई थी। इस दौरान उसके नाम का पता न तो पुलिस और न ही अस्पताल प्रबंधन को चल सका था।
उसकी जेब में उसकी फोटो पुलिस को मिली थी। अस्पताल चौकी पुलिस ने मृतक की फोटो पुलिस थाने व चौकियों समेत कई व्हाट्सएप गु्रप में डालकर वायरल कर दिया था।
व्हाट्सएप पर पढ़ी मौत की खबर
इधर दो दिन तक युवक के घर नहीं लौटने पर परिजन चिंचित थे। वे उसकी खोजबीन में जुटे हुए थी। इसी बीच शनिवार को व्हाट्सएप पर भुवनेश्वर की मौत की खबर परिजनों को मिली। इसके बाद वे शव लेने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे।
व्हाट्सएप पर पढ़ी मौत की खबर
इधर दो दिन तक युवक के घर नहीं लौटने पर परिजन चिंचित थे। वे उसकी खोजबीन में जुटे हुए थी। इसी बीच शनिवार को व्हाट्सएप पर भुवनेश्वर की मौत की खबर परिजनों को मिली। इसके बाद वे शव लेने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे।