
Sunday Guest Editor: कमला ने 70 साल की उम्र में जीते पावरलिटिंग में 100 मेडल, इस तरह हुई शुरुआत...(photo-patrika)
Sunday Guest Editor:योगेश चंद्रा. उम्र तो एक नंबर है, यह कहावत को चरितार्थ कर रही हैं एमसीबी जिले के चिरमिरी और मनेंद्रगढ़ की महिलाएं। वह उम्र की दूसरी पारी में सीखने की ललक, खुद की पहचान बनाने के जुनून से पावरलिटिंग में सोना जीत रही हैं।
इन महिलाओं की गोल्डन लेडी 70 साल की कमला देवी मंगतानी नेशनल और स्टेट पावरलिटिंग चैंपियनशिप में 5 गोल्ड सहित 90 मेडल जीत चुकी हैं और अब नेशनल चैंपियनशिप के लिए तैयारी कर रही हैं। चिरमिरी की दो दर्जन और मनेंद्रगढ़ की आधा दर्जन महिलाएं जिम में पावरलिटिंग, स्ट्रेंथ लिटिंग और वेट लिटिंग स्पोर्ट्स के लिए अभ्यास कर रही हैं।
कमला देवी को बीते 45 साल से शुगर है। डॉक्टर ने पैदल चलने की सलाह दी थी, फिर धीरे-धीरे जिम जाना शुरू की। रोजाना अभ्यास और कड़ी मेहनत को देखकर जिम कोच अमित टोप्पो ने मनेंद्रगढ़ में जिला स्तरीय पावरलिटिंग स्पर्धा में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया था।
जिसमें पहली बार में ही गोल्ड मेडल जीती थीं। फिर उनके कदम नहीं रुके और स्टेट से लेकर नेशनल पावरलिटिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर गोल्ड, सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं। मोटिवेट करने के लिए कोच धर्मेंद्र दास, अमित टोप्पो, उदल को श्रेय दिया है।
54 साल की संजीदा खातून ने 8 ऑपरेशन कराकर और कई बीमारियों को मात देकर पावरलिटिंग में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर 19 स्वर्ण पदक और छह बार छत्तीसगढ़ स्ट्रॉन्ग वुमन और तीन बार नेशनल स्ट्रांग वुमन का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने स्पाइनल डिस्क के ऑपरेशन के बाद 2 किलो वजन उठाने से भी मना कर रखा था।
लेकिन अपनी लगन और पहचान बनाने की दृढ़ इच्छाशक्ति से 210 किलो का भार उठा स्ट्रॉन्ग वुमन का खिताब हासिल किया है। इंडियन पावरलिटिंग फेडरेशन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पावरलिटिंग चैंपियनशिप में 72 और 205 किलो वजन उठाकर स्वर्ण पदक के साथ भारत की स्ट्रॉन्ग वुमन मास्टर की ट्रॉफी जीत चुकी हैं। पिछले साल आयरन गेम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मास्टर वर्ग योग, पावरलिटिंग और तवा फेंक में 3 स्वर्ण पदक जीती हैं।
Published on:
26 Oct 2025 12:31 pm
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