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अमरीकाः ट्रंप की अप्रवासी नीति का शिकार हुई भारतीय महिला, पांच साल के दिव्यांग बेटे से की गई अलग

अमरीका में एक भारतीय महिला को उसके पांच साल के बच्चे से अलग कर दिया गया है। महिला ने न्याय की गुहार लगाई है।

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अमरीकाः ट्रंप की अप्रवासी नीति का शिकार हुई भारतीय महिला, पांच साल के दिव्यांग बेटे से की गई अलग

वाशिंगटनः अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की जीरो टॉलरेंस' नीति की शिकार एक भारतीय महिला भी हुई है। महिला का नाम भावना पटेल (33) बताया जा रहा है। दरअसल भावना मैक्सिको से अमरीका में अवैध रूप से प्रवेश करने के दौरान गिरफ्तार की गई है। ट्रंप की अप्रवासी नीति (जीरो टॉलरेंस) की वजह से भावना को अपने पांच वर्षीय दिव्यांग बेटे से अलग कर दिया गया है। कोर्ट में भावना ने बताया कि गुजरात के अहमदाबाद में प्रताड़ना से परेशान होकर वह ग्रीस होते हुए मैक्सिको पहुंची थी। मंगलवार को एरिजोना की एक अदालत ने भावना को जमानत दे दी। लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उसको अपना बेटा मिला या नहीं।

2,300 बच्चे अपने माता-पिता से हो चुके हैं अलग
राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के इस विवादित नीति की वजह से अमरीका में अभी तक 2,300 बच्चे अपने माता-पिता से अलग किए जा चुके हैं। मामला तूल पकड़ने के बाद ट्रंप ने पिछले सप्ताह परिवार से बच्चों को अलग करने वाली नीति को रोकने के लिए एक कार्यकारी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे। लेकिन अभी तक भावना के बच्चे के बारे में जानकारी नहीं मिल पायी है।

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'जीरो टॉलरेंस' नीति के खिलाफ निंदा प्रस्ताव को मंजूरी
अमरीकी राज्यों के संगठन (ओएएस) ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'जीरो टॉलरेंस' (अप्रवासी) नीति को लेकर मेक्सिको के प्रस्तावित निंदा प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओएएस की स्थायी परिषद के एक सत्र के दौरान अमरीकी विपक्ष के बिना ही प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूर किया गया। इस प्रस्ताव को अल साल्वाडोर, होंडुरास और ग्वाटेमाला द्वारा सह-प्रायोजित किया गया था। ओएएस में अमरीकी राजदूत कार्लोस ट्रजिलो ने सत्र को संबोधित करने के दौरान कहा कि उनका देश वैध प्रवासियों का स्वागत करता है लेकिन इसके पास सीमाओं की रक्षा करने का सार्वभौमिक अधिकार भी है।