29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अमरीकी संसद ने रोकी सऊदी अरब को हथियारों की बिक्री, राष्ट्रपति ट्रंप कर सकते हैं वीटो

अमरीकी सदन (US Congress) ने सऊदी अरब और उसके सहयोगी देशों को हथियारों की बिक्री पर रोक लगा दी है डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) इस फैसले के खिलाफ इस्तेमाल कर सकते हैं अपना तीसरा वीटो

2 min read
Google source verification

वाशिंगटन। अमरीकी सदन ( US Congress ) में सऊदी अरब के खिलाफ एक बड़ा फैसला लिया गया। बुधवार को सदन में सऊदी अरब और उसके सहयोगी देशों को 8.1 बिलियन डॉलर के हथियार बेचने के प्रस्ताव पर रोक के लिए वोटिंग की गई। हालांकि, माना जा रहा है कि यह फैसला अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) के इच्छा के विपरीत है। साथ ही, संभावना जताई जा रही है कि ट्रंप इसके खिलाफ वीटो का इस्तेमाल कर सकते हैं।

पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद सांसदों का कदम

सांसदों ने पत्रकार जमाल खशोगी की निर्मम हत्या के मामले में सऊदी अरब की संलिप्तता के खिलाफ विरोध जताया था। बुधवार को इनमें से कई सांसदों ने हथियारों के विवादास्पद बिक्री को रोकने के लिए तीन प्रस्तावों मंजूरी दी है। बता दें कि साल की शुरुआत में राष्ट्रपति ट्रंप ने आपातकालीन उपायों के तहत इसकी घोषणा की थी।

डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर टैरिफ बढ़ाने का फिर रागा अलाप, अमरीकी राष्ट्रपति के ट्वीट से सहमा एशियाई बाजार

ट्रंप लगा सकते हैं फैसले पर वीटो

हथियारों की बिक्री रोकने का यह प्रस्ताव अमरीकी सीनेट द्वारा मंजूर कर लिया गया है। अब हस्ताक्षर के लिए वाइट हाउस भेजा गया है। हालांकि, ऐसी उम्मीद है कि ट्रंप इस प्रस्ताव पर अपने वीटो का इस्तेमाल करेंगे। अगर ऐसा होता है तो ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका तीसरा वीटो होगा। सदन में यह प्रस्ताव बहुमत से पास हुआ। लेकिन, ट्रंप के वीटो को निरस्त करने के लिए प्रस्ताव को अभी भी 50 वोटों की जरूरत थी।

हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर बोले डोनाल्ड ट्रंप- दो साल का प्रेशर काम आया

22 अलग-अलग डील की योजना में हैं ट्रंप

मध्यपूर्वी इलाकों में फैले तनाव के बीच ट्रंप ने सऊदी अरब, यूएई और जॉर्डन से 22 डील करने की योजना बनाई है। वहीं, आलोचकों का कहना है कि हथियारों की बिक्री से यमन जैसे इलाकों में भयंकर युद्ध की स्थिति पैदा होगी। इस प्रांत में सऊदी और अमरीका संयुक्त रूप से ईरान समर्थित हौती विद्रोहियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, इस संघर्ष ने दुनिया के सबसे खराब मानवीय संकट को जन्म दिया है।

विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..