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Amethi Jila Panchayat Results 2021 : अमेठी में राहुल गांधी के वफादारों ने भी छोड़ा साथ, जीते सिर्फ दो सदस्य, स्मृति ईरानी का भी नहीं चला जादू

Amethi Jila Panchayat Results 2021 : अमेठी में भाजपा की नौ सीटें, फिर भी स्मृति ईरानी को हर हाल में चाहिए भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष

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UP Panchayat Election Results 2021

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
अमेठी. Amethi Jila Panchayat Results 2021 : अमेठी संसदीय सीट पर पूरे देश की नजर रहती है। पंचायत चुनावों में भी यहां कौन जीता, कौन हारा इसको लेकर सभी में दिलचस्पी है। लंबे समय तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी के सांसद थे। पिछले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल को हराकर यह सीट अपने नाम कर ली। स्मृति ईरानी के नेतृत्व में पंचायत चुनाव हुए। लेकिन, तमाम प्रयासों के बावजूद स्मृति ईरानी अपने सभी जिला पंचायत सदस्यों को जिताने में कामयाब नहीं हो पायीं। कांटे के टक्कर में अमेठी में सपा और भाजपा को नौ-नौ सीटें मिली हैं। जबकि, कांग्रेस सिर्फ दो सीट जीत पायी है। बसपा और राजाभैया की पार्टी जनसत्ता को भी दो-दो सीटें मिली हैं। 12 सीटों पर निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है। जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के लिए कम से कम 19 जिला पंचायत सदस्यों के मत की जरूरत होगी। जाहिर है निर्दलीयों को जो अपने पक्ष में कर पाएगा वही अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होगा।

अमेठी पंचायत चुनाव में इस बार जनादेश परिवारवाद के खिलाफ आया है। जिला पंचायत के वार्ड संख्या 22 से भाजपा के पूर्व विधायक तेजभान सिंह के परिवार की डॉ. सुनीता सिंह चुनाव हार गईं। इसी तरह वार्ड संख्या 23 से पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता जंग बहादुर सिंह की पुत्रवधू भी चुनाव हार गई। उधर, वार्ड संख्या 23 से ही गौरीगंज से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह के छोटे भाई उमेश प्रताप सिंह भी चुनाव हार गए। वार्ड संख्या 26 से राकेश प्रताप सिंह के बड़े भाई सुरेश प्रताप सिंह उर्फ मुकेश सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा है। सियासी रूप से कट्टर प्रतिद्वंदी माने जाने वाले जगदीशपुर के राजेश विक्रम सिंह और मोहम्मद नईम के परिवार से एक-एक लोग चुनाव जीतने में कामयाब रहे।

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नए चेहरों को तरजीह
इस बार चुनाव जीतने वाले नेताओं में बड़ी संख्या पहली बार चुनाव लडऩे वालों की है। विशाल विक्रम सिंह ,अभिषेक चंद कौशिक, केडी सरोज, मोनू यादव ,मुकेश यादव ,सूबेदार यादव ,तस्लीम आरिफ समेत बड़ी संख्या में युवा इस बार चुनकर आए हैं।

निर्दल तय करेंगे किसके सिर बंधेगा सेहरा
भाजपा से राजेश मसाले के राजेश अग्रहरि चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। इनकी पत्नी लंबे से टाउन एरिया की चेयरमैन रही हैं। इस बार भी वह चुनाव जीती हैं जबकि राजेश अग्रहरि जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े थे। इन्हें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का बहुत करीबी माना जाता है। क्षेत्र में चर्चा है कि राजेश ही भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार होंगे। भाजपा के कुल 9 सदस्यों के संख्याबल पर इन्हें चुनाव जीतना मुश्किल है जाहिर है ऐसे में निर्दलीयों की पूछ परख बढ़ गयी है। निर्दल ही तय करेंगे कि कौन जिला पंचायत अध्यक्ष बनेगा।

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