Silver Trader Wife Murder: यूपी के आगरा में चांदी कारोबारी की पत्नी के हत्याकांड का पुलिस ने 30 घंटे में खुलासा कर दिया। मोटे धन का लालच हत्याकांड का मुख्य वजह बताया जा रहा है। आरोपियों के खुलासे से सभी हैरान हैं।
Silver Trader Wife Murder: उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में दो दिन पहले घर में घुसकर की गई चांदी कारोबारी की पत्नी की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त चांदी कारोबारी का पड़ोसी रह चुका है। बहरहाल पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपी समेत दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जबकि तीसरा आरोपी अभी फरार है।
मामला आगरा जिले के थाना कमला नगर क्षेत्र के आदर्श नगर टीला (बल्केश्वर) का है। यहां रविवार को चांदी कारोबारी के लूट के दौरान 65 साल की मंजू गुप्ता की गला घोंटकर हत्या की गई थी। पहले दिन ही पुलिस को यकीन हो गया था कि घटना में कोई करीबी शामिल है। घर के दरवाजे आराम से खुले थे। बदमाशों ने घर में मौजूद 12 साल की धेवती को कुछ नहीं कहा था। उन्हें पता था कि वह स्पेशल चाइल्ड है। कुछ बता नहीं सकती। पुलिस को यकीन था कि इस घटना में कोई अपना शामिल है।
पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। पुलिस छानबीन में जानकारी मिली कि जिस फ्लैट में कारोबारी रहते हैं। उसके सामने वाले फ्लैट में कैलाश अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ रहता था। उसने हाल ही में अपना मकान बदला है। आदर्श नगर में ही रहता है। उसका कारोबारी के घर आना जाना था। उसे कारोबारी के घर के बारे में एक-एक बात पता थी।
पुलिस ने कैलाश अग्रवाल का पता किया तो वह घर से फरार मिला। जानकारी हुई कि सोमवार की शाम साढ़े सात बजे वह घर गया था। बैग में कपड़े और सामान रखकर ले गया था। पत्नी से जाते समय कहकर गया कि लौटकर नहीं आएगा। उससे बड़ी भूल हो गई है। यह पता चलते ही पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। जल्द ही उसको दबोच लिया गया।
पुलिस को मुख्य आरोपी कैलाश अग्रवाल ने बताया कि वह निर्माण साइट पर मजदूरों का सुपरवाइजर है। उसपर कर्जा हो गया था। इसके चलते वह कई दिनों से परेशान था। चांदी कारोबारी के घर उसका आना जाना था। उसे लगा कि उनके घर माल अधिक मिल जाएगा। लूटपाट करके मंजू गुप्ता को नहीं मारता तो उसका नाम बता देंगी। इसलिए वह यह सोचकर आया था कि घटना के बाद उन्हें मार डालेगा। लूटपाट के दौरान ज्यादा माल नहीं मिला। जल्दबाजी में उसने घर में जो जेवरात मिले बटोर लिए। असली के साथ नकली जेवरात भी ले गए थे। बाद में अफसोस हुआ। लगा कि बड़ी गलती हो गई।
पुलिस के अनुसार लूटपाट के दौरान बदमाश ने मंजू गुप्ता के कानों से कुंडल नोंचे थे। जिससे उनके दोनों कान फट गए थे। लूटपाट में कितने नकदी-जेवरात गए, इसकी जानकारी स्वजन नहीं दे सके। कैलाश अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि वह निर्माण साइट पर मजदूरों का सुपरवाइजर था। उस पर कर्जा हो गया था।
उसे पता था कि चांदी व्यवसायी प्रेम प्रकाश की पत्नी मंजू गुप्ता के पास लाखों के नकदी-जेवरात हैं। उसने फ्लैट पर पहुंच कर घंटी बजाई। मंजू गुप्ताने दरवाजा खोल दिया। दरवाजा खोलने के बाद वो रसोई में चली गई थीं। हमने रसोई में ही उनका दुपट्टे से गला घोट दिया था। इसके बाद अलमारियों में जो भी जेवरात मिले, लूट ले गए। बाद में पता चला इनमें कई जेवरात नकली थे।
देर रात पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान कैलाश को उसके एक साथी सहित पकड़ा। दोनों के पैर में गोली लगी। साथी ने अपना नाम मोहन बताया। वह कटरा वजीर खां का निवासी है। आरोपियों के पास से लूट के जेवरात और कैश भी बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपियों ने अपने तीसरे साथी का नाम सोनू बताया, वह मथुरा का है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि कर्ज उतारने के लिए कैलाश ने अपने साथियों से मिलकर हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया है। बदमाशों से लूटा हुआ कुछ माल बरामद हुआ है।
-आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट