Son rescues father from crocodile jaws : आगरा में पिता को मगरमच्छ के मुंह से बचाकर लाने वाले अजयराज को राष्ट्रपति ने पुरस्कृत किया। अजय को त्वरित निर्णय लेने और साहसिक कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
आगरा(Son rescues father from crocodile jaws) : आगरा जिले के एक बहादुर बच्चे के साहस की चर्चा हर तरफ हो रही है। इस बच्चे की बहादुरी की कहानी हर किसी ने सुनी, क्योंकि इस बच्चे ने काम ही कुछ ऐसा किया था। आज इस बेटे को राष्ट्रपति के हाथों से पुरस्कार मिला। यह कहानी है आगरा जिले के झरनापुरा हरलालपुर गांव निवासी किसान वीरभान चाहर के बेटे अजयराय की।
मामला जुलाई 2025 का है। घटना आगरा-धौलपुर सीमा के पास हुई। अजयराज के पिता वीरभान चंबल नदी में पानी लेने गए थे। यहां एक मगरमच्छ घात लगाए बैठा हुआ था। जैसे ही वीरभान नदी में पानी के लिए उतरे। मगरमच्छ ने उनका जबड़ा दबा लिया और वीरभान को गहरे में खींचकर ले जाने लगा। मगरमच्छ के पैर पकड़ते ही वीरभान की चीख निकल गई। चीख सुनते ही दौड़ा बेटा।
पिता की चीख सुनते ही बेटा डंडा लेकर दौड़ पड़ा और देखते ही देखते मगरमच्छ के जबड़े को पीटना शुरू कर दिया। अजय के डंडे मारने से मगरमच्छ ने वीरभान का पैर छोड़ दिया और वापस नदी में चला गया। इस तरह बेटे अजय ने पिता वीरभान की मगरमच्छ से जान बचाई। इस खबर की खूब चर्चा हुई। अजय की बहादुरी के किस्सों ने खूब सुर्खियां बटोरी।
घटना में वीरभान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तत्काल नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर आगरा रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार समय पर मदद न मिलती तो हादसा जानलेवा हो सकता था।
अजय की इस साहसिक घटना की चर्चा पूरे प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक हुई। बहादुरी और त्वरित निर्णय क्षमता को देखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में अजयराज को सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने कहा कि अजयराज जैसे बच्चे समाज के लिए प्रेरणा हैं। सम्मान मिलने के बाद गांव में खुशी का माहौल है और लोग इसे पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण बता रहे हैं।