Ajmer Dargah: ईमेल मिलने के बाद पुलिस, इंटेलिजेंस और एटीएस की टीमें मौके पर पहुंचीं। कलेक्ट्रेट और ख्वाजा साहब की दरगाह को खाली करवाकर चप्पे-चप्पे को छाना गया।
अजमेर। जिला प्रशासन और दरगाह कमेटी को गुरुवार दोपहर कलेक्ट्रेट और गरीब नवाज की दरगाह को बम से उड़ाने का धमकी भरा ई-मेल मिला। ई-मेल के बाद तमाम सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं। मेल में दावा किया गया कि तमिलनाडु के कुडनकुलम परमाणु संयंत्र सहित अजमेर कलेक्ट्रेट कार्यालय और ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में 4 आरडीएक्स आईईडी लगाए गए हैं। रूस के राष्ट्रपति के भारत आते ही विस्फोट हो जाएगा।
ईमेल मिलने के बाद पुलिस, इंटेलिजेंस और एटीएस की टीमें मौके पर पहुंचीं। कलक्ट्रेट और ख्वाजा साहब की दरगाह को खाली करवाकर चप्पे-चप्पे को छाना गया। करीब ढाई घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिलने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।
एसपी वंदिता राणा के निर्देश पर एएसपी ग्रामीण दीपक कुमार शर्मा, एएसपी सीआइडी जोन राजेश मीणा, वृत्ताधिकारी, थानाधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षा एजेंसियों ने मेटल डिटेक्टर, डॉग स्क्वॉड व बीडीएस टीम के साथ कलेक्ट्रेट परिसर के तमाम ऑफिस में सर्च ऑपरेशन चलाकर जांच की। इससे पहले यहां काम करने वाले कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। फिर इत्मिनान से तलाशी ली गई। करीब दो घंटे के सर्च में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
सूचना मिलते ही सीओ लक्ष्मणराम टीम के साथ दरगाह परिसर में पहुंच गए। उन्होंने दरगाह थाना पुलिस व आरएएसी की मदद से सुरक्षा के लिहाज से परिसर को पूरी तरह खाली करवाया। कुछ देर बाद एएसपी दीपक कुमार शर्मा अन्य टीमों के साथ दरगाह पहुंचे। जायरीन को निकालने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया। तलाशी में दरगाह के अंदर और बाहर तलाशी ली गई। हालांकि, ढाई घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस अधिकारी व सुरक्षा एजेंसियों ने दरगाह परिसर में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिलने का दावा किया। शाम को दरगाह पुन: जायरीन के लिए खोल दी गई।
असत्यापित ईमेल अकाउंट से मेल मिला, जिसमें कलेक्ट्रेट व दरगाह को बम से उड़ाने की बात कही गई थी। सुरक्षा के लिहाज से तमाम प्रोटोकॉल फॉलो किए गए। दरगाह खाली करवाकर तलाशी ली। दोनों जगह कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। ईमेल कहां से आया? कौन है? क्या मंशा थी? इन सवालों पर पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां काम कर रही हैं। -वंदिता राणा, एसपी अजमेर