राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी लेयत अवरूप मासुर की शिक्षाविद पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर साढ़े सात लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत पर साइबर बाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
अजमेर: राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के अधिकारी लेयत अवरूप मासुर की पत्नी साइबर ठगी का शिकार हो गईं। मामला क्रिश्चियनगंज निवासी रुचि माथुर (48) से जुड़ा है, जिन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पीड़िता ने बताया कि 30 अगस्त को उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को अधिकारी बताकर कहा कि उनके नाम से एक मोबाइल सिम जारी है, जिसका उपयोग आपत्तिजनक और उत्पीड़न संबंधी संदेश भेजने में किया जा रहा है। जब उन्होंने इस बात से इंकार किया, तो कॉलर ने उन्हें गिरफ्तारी की धमकी दी।
31 अगस्त को फिर कॉल आया और आरोपी ने सुप्रीम कोर्ट में केस चलने की बात कहकर खुद को जांच एजेंसी का अधिकारी बताया। आरोपी ने कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्हें बैंक अकाउंट की जानकारी साझा करनी होगी और केस की प्रक्रिया में सहयोग करना होगा। डर के चलते पीड़िता ने आरोपी की बातों पर विश्वास कर लिया।
इसके बाद 2 सितंबर को कॉलर ने उनसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने को कहा। भयभीत पीड़िता ने कुल साढ़े सात लाख रुपए बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन इसके बाद कॉलर ने उन्हें और अधिक डराते हुए केस में आरोपी बनाए जाने की धमकी दी। तब जाकर उन्हें शक हुआ और उन्होंने पूरी घटना की जानकारी साइबर थाने को दी।
साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पीड़िता से ठगी करने वाले आरोपी की लोकेशन और बैंक खातों की डिटेल खंगाली जा रही है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि ऐसे फर्जी कॉल से सतर्क रहें और किसी भी परिस्थिति में अपनी निजी या बैंक जानकारी साझा न करें।