Big incident: पहले दिन अस्पताल से शवों को घर ले गए थे परिजन, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दूसरे दिन हुआ पीएम, समय पर मुक्तांजलि वाहन नहीं मिलने के बाद बाइक पर ही लेकर गए शव, डॉक्टर पर पोस्टमार्टम के लिए पैसे मांगने का आरोप
अंबिकापुर। रघुनाथपुर चौकी अंतर्गत ग्राम सिलसिला में रविवार को एक हृदय विदारक घटना (Big incident) में 2 मासूम चचेरे भाइयों की मौत डबरी में डूबने से हो गई। इस घटना के बाद एक और दुखद पहलू यह है कि समय पर मुक्तांजलि नहीं मिलने पर पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव को बाइक से घर ले जाना पड़ा। परिजनों ने पोस्टमार्टम कर रहे डॉक्टर पर रुपए मांगने का भी आरोप लगाया है।
सरगुजा जिले के रघुनाथनगर चौकी अंतर्गत ग्राम सिलसिला निवासी 2 चचेरे भाई 5 वर्षीय सूरज और 5 वर्षीय जुगनू गिरी रविवार को खेलते-खेलते घर से कुछ दूर डबरी के पास नहाने पहुंच गए थे। यहां डूबने से दोनों की मौत (Big incident) हो गई।
परिवार वालों को जब इसका पता लगा तो तत्काल दोनों को डबरी से बाहर निकाल कर रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां जांच पश्चात डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना (Big incident) के बाद अस्पताल के द्वारा पुलिस को इसकी सूचना देनी थी, परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ। परिजन दोनों मासूम के शवों को लेकर घर चले गए।
अस्पताल से दोनों बच्चों के शव के गायब (Big incident) हो जाने पर हडक़ंप मच गया। सूचना पर रघुनाथपुर पुलिस मौके पर पहुंची। किसी तरह ग्राम सिलसिला पहुंचकर पुलिस ने परिजनों को समझाया और दोनों बच्चों के शव को वापस अस्पताल लाया गया।
शाम हो जाने के कारण रविवार को उनका पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। परिजनों ने आरोप लगाया कि जिस डॉक्टर द्वारा पोस्टमार्टम किया गया, उन्होंने यह कहा कि कल पोस्टमार्टम कराते तो पैसा नहीं लगता, लेकिन आज 10-10 हजार रुपए लगेगा।
किसी तरह पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन शव को घर ले जाने के लिए वाहन की (Big incident) व्यवस्था की गुहार लगाई। उन्हें बताया गया कि वाहन अंबिकापुर या फिर धौरपुर से आएगा, जिसमें समय लग जाएगा। आखिरकार परिजन 2 बाइक में दोनों बच्चे का शव लेकर अपने घर रवाना हुए।
सीएमएचओ डॉ. पीएस मार्को का कहना है कि मृतक के परिजनों को वाहन के बारे में जानकारी (Big incident) दी गई थी। धौरपुर से गाड़ी आने में आधा घंटा लगता है। परिजन ने इंतजार नहीं किया और अपने साधन से ले गए। जहां तक चिकित्सक द्वारा पैसे मांगने का आरोप है वह भी निराधार है। फिर भी इन सभी आरोपों की जांच टीम बनाकर कराई जाएगी।