अंबिकापुर

CG murder case: हाथियों के डर से पक्के मकान में सोने गई थी महिला, आधी रात सिरफिरे पति ने कुल्हाड़ी से काट दिया गला

CG murder case: मैनपाट में युवक ने दिया वारदात को अंजाम, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल, हाथियों से बचने शासन द्वारा बनाया गया है अस्थायी कैंप, 5 वर्षीय बेटी को लेकर सोने गई थी महिला

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Husband arrested by police

अंबिकापुर. CG murder case: कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम उरंगा स्थित पतरापारा में गुरुवार की रात सिरफिरे पति ने टांगी से पत्नी का सिर धड़ से अलग कर दिया। महिला हाथियों के डर से अपनी 5 वर्षीय बेटी के साथ अस्थाई कैंप के छत पर गांव के अन्य लोगों के साथ सो रही थी। इसी दौरान पति वहां पहुंच गया और उसकी हत्या (CG murder case) कर दी। पति के आक्रामकता को देखकर गांव वालों ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।

मैनपाट के कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम उरंगा के पतरापारा निवासी धुनी बाई (34) पति श्रीराम माझी गुरुवार की रात अपनी 5 वर्षीय बेटी के साथ गांव में शासन द्वारा हाथियों से बचने निर्मिर्त एक पक्के मकान की छत पर सो रही थी। कैंप में लगभग एक दर्जन महिला-पुरुष थे।

Husband arrested by police

इसी बीच रात करीब 2 बजे धुनी बाई का पति अचानक टांगी लेकर वहां पहुंचा और लोगों को डराने-धमकाने लगा। उसकी आक्रामकता को देखकर कैंप से लोग भाग गए। वहीं बेटी भी उनके साथ ही भाग निकली। इसी बीच उसने टांगी से प्रहार कर अपनी पत्नी का सिर धड़ से अलग (CG murder case) कर दिया।

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

ग्रामीणों ने घटना (CG murder case) की जानकारी शुक्रवार की सुबह कमलेश्वरपुर पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच की। वहीं पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से टांगी जब्त कर उसे जेल भेज दिया है।

CG murder case: आरोपी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं

बताया जा रहा है कि आरोपी की मानसिक स्थिति (CG murder case) पिछले एक माह से ठीक नहीं है। बीच-बीच में वह आक्रामक हो जाता है। गुरुवार को उसकी स्थिति सामान्य थी। इसी बीच अचानक देर रात को वह आक्रामक हो गया और पत्नी की हत्या कर दी। इस घटना के बाद उसके 2 बच्चे अनाथ हो गए।

हाथियों के भय से गांव में कैंप बनाकर सोते हैं

मैनपाट क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से हाथियों का आतंक है। हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण शाम होते ही गांव छोड़ देते हैं और कैंप में पूरी रात गुजारते हैं। ग्रामीणों के लिए वन विभाग द्वारा गांव के पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केन्द्र या अन्य पक्के मकानों के छत पर अस्थाई कैंप बनाया गया है। यहां हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण रात गुजारते हैं।

Published on:
13 Sept 2024 08:32 pm
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