Mainpat viral video: मैनपाट के कंडराजा व सपनादर में बाक्साइट उत्खनन के लिए मां कुदरगढ़ी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को लीज पर मिली है जमीन, ग्रामीण का रहे हैं विरोध
अंबिकापुर। मैनपाट के माझी समुदाय के एक युवक का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी जल, जंगल व जमीन बचाने के लिए हिड़मा (Mainpat viral video) बनने की बात कह रहा है। दरअसल मैनपाट के ग्राम कंडराजा व सपनादर में मां कुदरगढ़ी प्राइवेट कंपनी लिमिटेड को बाक्साइट उत्खनन के लिए लीज पर जमीन मिली है। लेकिन वहां के ग्रामीण इसका भारी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम मैनपाट के पर्यावरण को नुकसान नहीं होने देंगे। प्रशासन द्वारा दो बार जनसुनवाई भी की गई, लेकिन ग्रामीण विरोध पर उतारू हैं। विरोध में शामिल एक युवक ने मंच से अपनी जल, जंगल व जमीन बचाने हिड़मा बनने को भी तैयार रहने की बात कही है। इस दौरान वहां काफी संख्या में पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। युवक का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
मैनपाट के माझी समुदाय के युवक का नाम फूलचंद माझी है। वायरल वीडियो (Mainpat viral video) में वह कहता दिख रहा है कि खदान के नाम से यहां के ग्रामीण किसी को मैनपाट में घुसने नहीं देंगे। अगर हमें खदान के लिए विरोध करना पड़े, हिड़मा भी बनना पड़े तो इसके लिए हम तैयार हैं।
इसी बीच किसी ने उसे कहा कि बस्तर का हिड़मा बनने को तैयार हैं तो युवक ने कहा कि नहीं, हम मैनपाट का हिड़मा बनने को तैयार हैं। यदि कोई हमारी जल, जंगल व जमीन कोई लुटेगा तो हिड़मा (Mainpat viral video) बनेंगे। खदान खुलने का पूरे मैनपाट के लोग जमकर विरोध करेंगे।
बाद में जब युवक से बातचीत की गई तो उसने कहा कि हिड़मा (Mainpat viral video) शब्द का उपयोग उसने प्रतीक के रूप में किया है, ताकि मैनपाट के युवाओं में साहस पैदा हो सके। वे यहां के आदिवासियों, जल, जंगल, जमीन व प्राकृतिक संपदाओं की रक्षा के लिए मजबूती से लड़ाई लड़ सकें।
युवक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उसका उद्देश्य माझी समुदाय व मैनपाट को बचाना है। उसने कहा कि बस्तर का हिड़मा (Mainpat viral video) हथियारों का समर्थन करता था ,जबकि वह व उसके साथ सिर्फ संवैधानिक मार्ग से संघर्ष करेंगे। उसने कहा कि यदि बाक्साइट का खनन यहां शुरु हुआ तो पर्यावरण व गरीब परिवारों को नुकसान होगा।
उसने कहा कि अब भी प्रशासन व पुलिस ग्रामीणों को डराने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण घबरा जाते हैं, यही वजह है कि उसने हिड़मा शब्द का उपयोग किया ताकि उनमें साहस आए और वे अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें। उसका उद्देश्य कहीं से भी हथियार उठाना नहीं है।
फूलचंद माझी (Mainpat viral video) बीएससी सेकेंड ईयर का छात्र है तथा वर्तमान में सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों को पढ़ाता है। उसका कहना है कि वह पढ़ाई के साथ समाज सेवा से भी जुड़ा है। उसका कहना है कि वह पढ़-लिखकर माझी बच्चों की शिक्षा को मजबूत करना चाहता है।