Amarkantak- स्थानीय और छत्तीसगढ़ के गौरेला के टैक्सी चालकों के बीच विवाद
Amarkantak- देश का एक विश्व प्रसिद्ध धर्मस्थल दो राज्यों की टैक्सियों में उलझ गया है। यहां आने जाने पर टैक्सी चालकों में जबर्दस्त विवाद है। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में स्थानीय और छत्तीसगढ़ के गौरेला के टैक्सी चालकों के बीच विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। हाल ही में यह टकराव बढ़ गया जिससे दोनों इलाकों में टैक्सियों की आवाजाही बंद सी हो गई। इससे पर्यटक, नर्मदा तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय लोग भी प्रभावित हुए। अमरकंटक से पेंड्रा रोड जाने आने में दिक्कत हो गई। समस्या का समाधान करने शनिवार को दोनों पक्षों की बैठक बुलाई गई जिसमें कुछ बिंदुओं पर सहमति बन गई है।
अमरकंटक और पेंड्रा रोड के टैक्सी चालकों के बीच चल रहे विवाद के कारण पर्यटन नगरी अमरकंटक में आवाजाही ठप हो गई थी। इसका सभी पर असर पड़ रहा था। अमरकंटक के टैक्सी चालकों को रेलवे स्टेशन पर सवारियों के लिए खींचातानी से परेशानी थी।
टैक्सी चालकों का विवाद खत्म करने के लिए पुष्पराजगढ़ एसडीएम वसीम अहमद भट्ट ने बैठक बुलाई। अमरकंटक नगर परिषद सभागार में आयोजित इस बैठक में दोनों राज्यों के टैक्सी चालकों को एकसाथ बैठाकर बातचीत की गई।
पुष्पराजगढ़ एसडीओपी नवीन तिवारी, छत्तीसगढ़ के पेंड्रा रोड के एसडीएम विक्रांत कुमार अंचल, गौरेला एसडीओपी श्याम कुमार सिदार, गौरेला थाना प्रभारी सौरभ सिंह, अमरकंटक थाना प्रभारी लाल बहादुर तिवारी भी बैठक में उपस्थित थे। बैठक में दोनों राज्यों के टैक्सी चालकों ने अपनी-अपनी समस्याएं बताईं। किराया दरों में असमानता का मामला भी उठा।
दोनों पक्षोें की सहमति से वन-वे व्यवस्था लागू करने और ज्यादा पैसा वसूलने पर 2100 रुपए का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया। ‘वन-वे’ सिस्टम के अंतर्गत पेंड्रा रोड के टैक्सी चालक सवारियों को अमरकंटक में छोड़ तो सकेंगे लेकिन वापसी में लोगों को टैक्सी में नहीं बिठाएंगे। इसी प्रकार अमरकंटक के टैक्सी चालक सवारियों को पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन तक छोड़ सकेंगे लेकिन वहां से सवारी नहीं ला पाएंगे।
अमरकंटक टैक्सी यूनियन द्वारा अमरकंटक के सभी पर्यटन स्थलों के लिए एक समान किराया दर की सूची पेश की गई जिसपर सहमति बन गई। एसडीएम ने भी इसे अनुमोदित कर दिया। बैठक में नियम तोड़ने पर 2100 रुपए का जुर्माना लगाने और 7 दिनों तक टैक्सी जब्त करने पर भी चालकों ने सहमति जता दी।