रत्न जीवन बदलने की ताकत रखते हैं, लेकिन बिना कुंडली और सलाह के इन्हें पहनना भारी नुकसान भी कर सकता है। हर व्यक्ति के लिए अलग रत्न होता है, इसलिए सही चयन बहुत जरूरी है।
ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष स्थान है। ऐसा माना जाता है कि हर ग्रह की अपनी ऊर्जा होती है और उससे जुड़ा रत्न उस ऊर्जा को व्यक्ति के जीवन में संतुलित करता है। लेकिन यह भी उतना ही सच है कि बिना सलाह रत्न पहनना लाभ की जगह नुकसान भी दे सकता है। इसलिए रत्न धारण करने से पहले उसके प्रभाव, फायदे और सावधानियों को समझना बेहद जरूरी है।
सूर्य ग्रह का रत्न माणिक्य होता है, जो सामान्यतः लाल या गुलाबी रंग का होता है। यह एलुमिनियम ऑक्साइड से बना होता है और इसे तांबे या सोने की अंगूठी में अनामिका उंगली में धारण किया जाता है। अगर माणिक्य किसी व्यक्ति को सूट करता है, तो आत्मविश्वास में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। आंखों, हड्डियों और हृदय से जुड़ी समस्याओं में भी इससे लाभ देखा गया है। नेतृत्व क्षमता मजबूत होती है और व्यक्ति अपने निर्णयों में ज्यादा स्पष्ट महसूस करता है।
मोती, चंद्रमा से जुड़ा हुआ रत्न नहीं बल्कि एक जैविक संरचना है। यह मुख्य रूप से कैल्शियम से बना होता है और चांदी की अंगूठी में कनिष्ठिका उंगली में पहना जाता है। मोती मन की शांति, नींद की समस्या और शीतजन्य रोगों में लाभ देता है। बच्चों के स्वास्थ्य में भी यह सहायक माना जाता है। लेकिन यह धारणा गलत है कि मोती नुकसान नहीं करता। अगर मोती सूट न करे, तो यह धीरे-धीरे मानसिक स्थिति को कमजोर कर सकता है और डिप्रेशन की ओर ले जा सकता है।
मंगल ग्रह का प्रतिनिधि मूंगा भी जैविक संरचना है, जो कैल्शियम कार्बोनेट से बनता है। इसे मंगलवार के दिन अनामिका उंगली में पहनना शुभ माना जाता है। मूंगा साहस, आत्मविश्वास और दांपत्य जीवन में मजबूती देता है। खेल, सर्जरी और शारीरिक ताकत से जुड़े मामलों में यह उपयोगी माना जाता है।
बुध ग्रह का रत्न पन्ना हरे रंग का सुंदर और सूक्ष्म प्रभाव वाला रत्न है। इसे चांदी में कनिष्ठिका उंगली में पहनना श्रेष्ठ माना जाता है। पन्ना दिमाग को तेज करता है, एकाग्रता बढ़ाता है और व्यापार व आर्थिक मामलों में सहायता करता है। जिन लोगों को बोलने, समझाने या प्रेजेंटेशन में कठिनाई होती है, उन्हें इससे लाभ मिलता है।
पीला पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न है और इसे सोने में तर्जनी उंगली में गुरुवार को धारण किया जाता है। यह ज्ञान, धर्म और आध्यात्मिकता को बढ़ाता है। विवाह, संतान और गुरु कृपा से जुड़े मामलों में पुखराज को बेहद शुभ माना जाता है।
शुक्र ग्रह का रत्न हीरा वैभव, प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक है। यह शुद्ध कार्बन से बना होता है और चांदी या प्लैटिनम में पहना जाता है। अगर हीरा सूट करे तो जीवन में आराम, लग्जरी और आकर्षण बढ़ता है, लेकिन गलत स्थिति में यह वैवाहिक जीवन में तनाव भी ला सकता है।
सबसे शक्तिशाली और डराया जाने वाला रत्न नीलम है, जो शनि ग्रह से जुड़ा है। इसे बिना कुंडली जांच के कभी नहीं पहनना चाहिए। सही होने पर यह धन, प्रभाव और अंतर्ज्ञान बढ़ाता है, लेकिन गलत होने पर तुरंत नकारात्मक प्रभाव दिखा देता है।