Ramlala Pran Pratishtha Dwadashi: अयोध्या में प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। अयोध्या के साथ आसपास हुए विकास ने स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खोले हैं।
Ramlala Pran Pratishtha Dwadashi: अयोध्या में आज (31 दिसंबर, बुधवार) एक बार फिर इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अध्याय लिखा जा रहा है। प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ के पावन अवसर पर राम जन्मभूमि परिसर में भव्य प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस आयोजन के लिए अयोध्या नगरी को अच्छी तरह से सजाया गया है। बड़ी संख्या में रामभक्त दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।
इस खास मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने देश वासियों को शुभकामनाएं दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, '' जय श्री राम! आज ही की शुभ तिथि पर दो वर्ष पूर्व 500 वर्षों की प्रतीक्षा समाप्त हुई और मोदी जी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की।
प्राण-प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। प्रभु श्रीराम के आदर्शों और जीवन मूल्यों की पुनर्स्थापना का प्रतीक यह मंदिर धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष, सांस्कृतिक स्वाभिमान के लिए त्याग व विरासतों के संरक्षण के लिए बलिदान की अप्रतिम प्रेरणा बना रहेगा। इस पवित्र अवसर पर श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के सभी बलिदानियों को नमन करता हूं।''
वहीं CM योगी आदित्यनाथ ने भी X पर पोस्ट किया, ''भारत की चेतना के उत्कर्ष की साक्षी बन रही श्री अयोध्या नगरी में आज प्रभु श्री रामलला के नूतन विग्रह के प्राण-प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ का पावन दिन है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला का विराजमान होना प्रतीक है कि सदियों के संघर्ष को समाप्ति मिली और वेदना को विराम मिला। हमारी तीन पीढ़ियों की साधना और संघर्ष, पूज्य साधु-संत गण के आशीर्वाद और 140 करोड़ देशवासियों के विश्वास की परिणति है कि आज हम इस पावन पल के साक्षी बन रहे हैं। आज प्रत्येक रामभक्त के हृदय में संतोष है। सियावर रामचन्द्र भगवान की जय!''
श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को 2 वर्ष पूर्ण होने के साथ ही अयोध्या में विकास और रोजगार भी दिखाई दिया। CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या विकास का केंद्र बन चुकी है। जिसमें आस्था, आर्थिक समृद्धि, युवाओं के लिए रोजगार और भविष्य की तरक्की देखी जा सकती है। श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या ना केवल धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र बनी है, बल्कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में ऐतिहासिक बढ़त दर्ज की गई है।
इस साल जनवरी से जून के बीच करीब 23 करोड़ से अधिक पर्यटक रामनगरी पहुंचे। लगभग 85 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं के माध्यम से अयोध्या एक वर्ल्ड क्लास सिटी के रूप में उभर रही है।
योगी सरकार ने अयोध्या को इन्फ्रास्ट्रक्चर मॉडल सिटी के रूप में विकसित किया है। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, चौड़ी और सुदृढ़ सड़कों का नेटवर्क, आधुनिक रेलवे स्टेशन, रामपथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ जैसी परियोजनाएं अयोध्या को तीर्थ और पर्यटन नगरी में परिवर्तित कर रही हैं। यह विकास केवल इमारतों तक सीमित नहीं बल्कि इससे आर्थिक गतिविधियों को नई ऊर्जा मिली है। साथ ही स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़े हैं।
योगी सरकार ने आस्था को कमाई से जोड़ने का रास्ता दिखाया है। अयोध्या मंडल के 19 गांवों को खास तौर पर होम-स्टे के लिए चुना गया है। अयोध्या जिले के अमौनी, शेरवाघाट, अबानपुर सरोहा, गौराघाट और रामपुरवा गांवों में करीब 50 होम-स्टे पर काम चल रहा है। जिले में अब तक 1136 से ज्यादा होम-स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इसके अलावा बड़े होटल भी खुल गए हैं, जिससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।
इस बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा अयोध्या और आसपास के युवाओं को मिला है। पर्यटन, हवाई सेवाओं, ट्रांसपोर्ट, सुरक्षा, कार्यक्रमों के आयोजन और सेवा क्षेत्र में हजारों नए रोजगार के साधानों ने 'जन्म' लिया है। होटल, टैक्सी, माल ढुलाई, हस्तशिल्प, हथकरघा और निजी कंपनियों में युवाओं को अच्छे काम मिल रहे हैं। आम लोगों की कमाई में भी साफ फर्क दिख रहा है। जो दुकानदार पहले दिन में 1000 रुपये कमाते थे, आज वही दुकानदार 5 से 8 हजार रुपये रोज कमा रहे हैं।