Child died after vaccination: मृत बालक के परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लगाया लापरवाही का आरोप, थाने में दर्ज कराई शिकायत, कहा- नर्स ने कहा था चिंता की कोई बात नहीं है, टीका लगाने के बाद बच्चों को 2-3 दिन तक रहता है बुखार
राजपुर. बलरामपुर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत ओंकरा में टीकाकरण के बाद 2 माह के मासूम बच्चे की तबियत बिगडऩे से मौत (Child died after vaccination) हो गई। परिजन ने टीकाकरण करने वाली नर्स और उप स्वास्थ्य केन्द्र के कर्मचारियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस संबंध में उन्होंने राजपुर थाने में लिखित आवेदन देकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में बीएमओ का कहना है कि जांच के बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल 7 नवंबर को शासन की नियमित टीकाकरण योजना के तहत ओंकरा उप स्वास्थ्य केन्द्र में टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा था। यहां के रहने वाले जगदीश कौशिक अपने 2 माह के बच्चे (Child died after vaccination) रुहान को टीका लगाने लेकर पहुंचे थे। परिजन के अनुसार बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था, लेकिन टीका लगने के कुछ ही देर बाद उसकी तबियत बिगडऩे लगी।
जब नर्स से पूछा गया तो उसने कहा कि टीका लगने के बाद दो-तीन दिन तक बच्चों (Child died after vaccination) को बुखार और हल्की तकलीफ रहती है, चिंता की बात नहीं है। परिजन नर्स की बात पर भरोसा कर घर लौट आए, लेकिन शाम होते-होते बच्चे की हालत और खराब होती गई।
फिर परिजन तत्काल उप स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे, लेकिन वहां ताला बंद मिला। समय पर उपचार न मिलने से रात लगभग 11 बजे बच्चे की मौत (Child died after vaccination) हो गई। मामले में परिजन व ग्रामीणों ने राजपुर थाने में आवेदन सौंप दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।
ग्राम पंचायत ओंकरा के ग्रामीणों ने आरोप (Child died after vaccination) लगाया है कि उप स्वास्थ्य केन्द्र अधिकतर समय बंद रहता है और वहां पदस्थ कर्मचारी निवास नहीं करते। ग्रामीणों का कहना है कि शाम 5 बजे के बाद केन्द्र बंद कर दिया जाता है जिससे आपातकालीन स्थिति में लोगों को उपचार नहीं मिल पाता।
राजपुर बीएमओ डॉ. रमेश जयसवाल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जांच टीम गठित कर दी गई है और बच्चे का पोस्टमार्टम (Child died after vaccination) भी कराया जा रहा है। टीम को निर्देश दिए गए हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। यदि किसी शासकीय कर्मचारी की लापरवाही पाई जाती है तो उस पर सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।