बारां

किराएदार के प्रेम में पड़ी पत्नी ने पति के मर्डर के लिए दी लाखों रुपए की सुपारी, तीसरी बार में सफल हुई योजना

पुलिस ने दो दिन पहले गले घोंटकर एक युवक की हत्या करने के मामले का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी समेत चार जनों को गिरफ्तार किया है। मृतक हकीम खान की हत्या उसी की पत्नी रइसा बानो ने प्रेमी फारूख के साथ षड़यंत्र रचकर हत्या कराई थी।

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Jun 27, 2024

बारां/छीपाबड़ौद। पुलिस ने दो दिन पहले गले घोंटकर एक युवक की हत्या करने के मामले का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी समेत चार जनों को गिरफ्तार किया है। मृतक हकीम खान की हत्या उसी की पत्नी रइसा बानो ने प्रेमी फारूख के साथ षड़यंत्र रचकर हत्या कराई थी। हत्या करने के लिए बकायदा तीन लाख रुपए की सुपारी दी गई। सुपारी भी मृतक के रिश्तेदारों ने ही ली थी। यह सारा षड्यंत्र मृतक की पत्नी ने उसके हिस्से की जमीन बेचने से मिली करीब 33 लाख की राशि के लालच में प्रेमी किराएदार के साथ मिलकर रची और 23 जून की रात सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया है तथा रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि 24 जून को मृतक के छोटे भाई आशिक अहमद निवासी वार्ड 29 बजरंग नगर छीपाबडौद ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया था उसका बड़ा भाई हकीम खान (40) निवासी ढोलम ईदगाह के पास छबडा रास्ते वाली कॉलोनी छीपाबडौद में पत्नि व बच्चों के साथ रहता था। वह स्मैक पीने का आदि था। देर रात उसे हकीम खान मकान के बाहर मरा पड़ा होने की सूचना मिली थी। इस पर परिजनों के साथ मौके पर देखा तथा पुलिस को सूचना दी। रिपोर्ट में हकीम की पत्नी रईसा बानो उर्फ रानी पर हत्या करने का शक जताया गया था। इस पर मुकदमा दर्ज कर टीम गठित की गई खुलासा करने के निर्देश दिए गए। पर थाना प्रभारी विजय सिंह की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना का पर्दाफाश कर मृतक की पत्नी रईसा बानो उर्फ रानी व उसके प्रेमी फारूख हुसैन, सुपारी लेने वाले दोनों आरोपी आशिफ खान व रिजवान खान को गिरफ्तार किया।

तीसरी बार में सफल हुई योजना

हत्या करने की दो अलग-अलग साजिश रची थी। पहली साजिश में मृतक का बीमा करवाने के बाद हत्या करने के बारे में सोचा। ताकि बीमा राशि में से तीन लाख आशिफ व रिजवान को दे देंगे और बाकी दोनों रख लेंगे तथा दूसरी साजिश में हत्या कर शव कुए में फेंकने की थी, लेकिन यह दोनों साजिश सफल नहीं हुई तो एक लाख रुपए देना तय किया। पहले 22 जून को हत्या करना तय किया, लेकिन सफल नहीं हुए। अगले दिन 23 जून को आशिफ व रिजवान दोनों को फारूख व रईसा ने हकीम खान की हत्या करने के लिए घर बुलाया। उसी दिन शाम को फारूख अपने घर छबडा चला गया। ताकि उस पर हत्या का कोई शक नहीं करे। फिर रात करीब नौ बजे आशिफ व रिजवान दोनों हकीम के घर पहुंचे। उसके बाद दोनों रईसा के साथ मकान की छत गए तथा वहां सो रहे हकीम की दुपट्टे से तीनों ने गला घोंटकर हत्या करके लाश छत से नीचे दीवार के पास फेंक दिया।

प्रेम प्रसंग में बन रहा था रोडा

मृतक हकीम खान तीन-चार साल से छीपाबडौद में अपना मकान बनाकर परिवार सहित रहता था। सात आठ माह से फारूख हुसैन निवासी वार्ड 5 छबडा किराए से एक कमरा लेकर रहता था। इस बीच फारूख व मृतक की पत्नी रईसा के बीच आपस में प्रेम हो गया। करीब चार माह पहले रईसा ने अपने नाम हो रखी करीबन डेढ़ बीघा जमीन तैंतीस लाख रुपए में बेची थी। इसका लालच फारूख को आ गया। मृतक प्रेम प्रसंग में रोड़ा बना हुआ था। रईसा आजादी से प्रेमी के साथ रहना चाहती थी। दोनों ने हत्या करने की ठान ली थी। करीब 15-20 दिन पहले उन्होंने रईसा के भतीजे आशिफ खान पुत्र सलीम खान उर्फ कमाल निवासी बमोरीघाटा थाना छीपाबडौद व रईसा के भाई की पुत्री रुबीना बानो के पति रिजवान खान उर्फ मुरू निवासी कोलुखेडी हाल टावर कॉलोनी छबडा से तीन लाख रुपए में हत्या करने का सौदा किया।

Updated on:
27 Jun 2024 01:36 pm
Published on:
27 Jun 2024 01:33 pm
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