Whiteheads Prevention: चेहरे पर ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या आपके फेस पर काफी बुरा असर डालती है और यह ज्यादातर नाक पर देखने को मिलती है। इसलिए हम आपको घरेलू नुस्खे बताए हैं, जिनकी मदद से ब्लैकहेड्स हटा सकते हैं।
Whiteheads Prevention: व्हाइटहेड्स के जैसे ही ब्लैकहेड्स भी होते हैं, जिन्हें लोग नजरअंदाज कर देते हैं। यह पॉल्यूशन और गंदगी के कारण होते हैं। व्हाइटहेड्स भी एक आम समस्या है, जो ज्यादातर नाक और ठोड़ी (चिन) में देखने को मिलती है। यह खासतौर पर ऑयली स्किन वाले लोगों को ज्यादा देखने को मिलते हैं। व्हाइटहेड्स त्वचा के रोमछिद्रों में तेल, मृत कोशिकाएं और गंदगी के जमाव के कारण होते हैं।
व्हाइटहेड्स की वजह से चेहरे की खूबसूरती पर असर पड़ता है। साथ ही, ये आपके कॉन्फिडेंस में भी कमी ला सकते हैं। लेकिन कई लोग इससे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ये सामने वालों की नजर से नहीं बच सकते। इसलिए व्हाइटहेड्स से बचने के लिए टिप्स दिए गए हैं।
चेहरे में मौजूद ऑयल ग्रंथियां जब अधिक मात्रा में उत्पादन करती हैं, तो यह रोमछिद्रों को बंद कर देती हैं, जिससे व्हाइटहेड्स बनने लगते हैं।
डेड सेल्स का त्वचा पर जमा होना रोमछिद्रों को अवरुद्ध करता है, जिससे व्हाइटहेड्स की संभावना बढ़ जाती है।
किशोरावस्था, गर्भावस्था या मासिक धर्म के समय हार्मोन में बदलाव से त्वचा में तेल उत्पादन बढ़ सकता है, जिससे व्हाइटहेड्स होने का जोखिम रहता है।
ऑयली, मीठे और प्रोसेस्ड फूड्स का अत्यधिक सेवन त्वचा की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और व्हाइटहेड्स की संभावना को बढ़ाता है।
मेकअप और स्किनकेयर उत्पादों में तेल होते हैं, जो त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर सकते हैं और व्हाइटहेड्स की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
तनाव हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, जिससे त्वचा में तेल का उत्पादन बढ़ता है और व्हाइटहेड्स उत्पन्न हो सकते हैं।
दिन में दो बार माइल्ड फेसवॉश से चेहरे को साफ करें। यह ऑयल और डर्ट को हटाने में मदद करता है और रोमछिद्रों को होने से बचाएगा।
हफ्ते में एक से दो बार एक्सफोलिएट करें। यह डेड सेल्स को हटाने में मदद करता है और त्वचा को साफ रखता है। लेकिन, अधिक एक्सफोलिएशन से बचें क्योंकि यह आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।
स्किन में प्रयोग किए जाने वाले स्किनकेयर और मेकअप प्रोडक्ट का चयन सही से करें कि वे ऑयल-फ्री और नॉन-कॉमेडोजेनिक हों ताकि रोमछिद्र बंद न हों।
फ्रेश फ्रूट्स, सब्जियां और प्रोटीन से भरपूर आहार लें। अधिक पानी पीएं और जंक फूड, ऑयली खाद्य पदार्थों और चीनी के सेवन से बचें।
धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन का उपयोग जरूर करें। सूरज की किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और स्किन में तेल के उत्पादन को बढ़ा सकती हैं।
व्हाइटहेड्स का सबसे बड़ा कारण स्ट्रेस हो सकता है, इसलिए स्ट्रेस को कंट्रोल करें। इसके लिए आप योग, मेडिटेशन या आलम विलोम जैसे स्ट्रेस-फ्री चीजें करें। इससे हार्मोनल बैलेंस में रहता है और त्वचा स्वस्थ बेहतर रहती है।
रात को सोने से पहले मेकअप को अच्छे से हटाना बेहद जरूरी है। मेकअप के कारण पोर्स बंद हो सकते हैं, जिससे व्हाइटहेड्स की समस्या बढ़ सकती है।
नीम का पेस्ट: नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं और थोड़ी देर बाद धो लें।
भाप लेना (Steam): चेहरे पर भाप लेने से रोमछिद्र खुलते हैं और त्वचा के भीतर जमी गंदगी बाहर निकल जाती है। इसे सप्ताह में एक बार अवश्य करें।
एलोवेरा जेल: ताजे एलोवेरा जेल को त्वचा पर लगाएं। यह त्वचा को ठंडक पहुंचाने और मुंहासों को ठीक करने में मदद करता है।