Bharatpur : राजस्थान के भरतपुर के नदबई में ACB की 12 घंटे में दूसरी बड़ी कार्रवाई। नदबई तहसीलदार 80 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार।
Bharatpur : राजस्थान के भरतपुर के नदबई में ACB की 12 घंटे में दूसरी बड़ी कार्रवाई। नदबई तहसीलदार 80 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार। एसीबी ने नदबई तहसीलदार विनोद मीणा को ट्रैप किया। तहसीलदार को 80 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। तहसीलदार विनोद मीणा को अपने सरकारी निवास से गिरफ्तार किया गया। एसीबी की इस बड़ी कार्रवाई से बाद राजस्व विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। तहसीलदार पर आरोप है कि उसने यह रिश्वत एक जमीन के नामांतरण (म्यूटेशन) को खोलने के लिए मांगी थी।
धौलपुर एसीबी एडिशनल एसपी अमित सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई हुई। परिवादी ने बताया कि वह कई दिनों से तहसीलदार के चक्कर काट रहा था, पर काम नहीं हो रहा था। जब तहसीलदार से इसकी वजह पूछी तो तहसीलदार ने दाखिला खोलने की एवज में परिवादी से एक लाख रुपए की राशि मांगी थी। परेशान होकर परिवादी ने ACB में शिकायत दर्ज की। जांच के बाद ACB ने शिकायत सही पाया।
इसके बाद एसीबी ने योजना बनाई। योजनानुसार परिवादी ने तहसीलदार से बात की। अंत में 80 हजार में सौदा तय हो गया। एसीबी की टीम ने परिवादी को केमिकल लगे 80,000 रुपए के नोट दिए। जैसे ही परिवादी ने तहसीलदार विनोद कुमार मीणा को रुपए पकड़ाए, एसीबी टीम ने छापा मारकर तुरंत तहसीलदार को रंगे हाथ पकड़ लिया। एसीबी की टीम ने मौके से तहसीलदार गिरफ्तार किया।
एक दिन पहले ही 19 सितम्बर की शाम को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने डीग में एसडीएम व रीडर को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। डीग उपखंड अधिकारी (एसडीएम) देवी सिंह और उनके रीडर मुकेश कुमार रंगे हाथ गिरफ्तार किए गए। यह कार्रवाई एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर धौलपुर इकाई द्वारा की गई।