Weather Update : मोन्था के असर से राजस्थान का मौसम बदला गया है। मौसम विभाग ने भरतपुर में आज झमाझम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही 20-40 KMPH की गति से तेज हवा चलने की संभावना जताई है। भरतपुर का मौसम कल 29 अक्टूबर को कैसा रहेगा, जानें।
Weather Update : मोन्था के असर से राजस्थान का मौसम बदला गया है। मौसम विभाग ने भरतपुर में आज झमाझम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही 20-40 KMPH की गति से तेज हवाएं चलेंगी। भरतपुर का मौसम कल 29 अक्टूबर को कैसा रहेगा? इस पर मौसम विभाग की भविष्यवाणी है कि 29 अक्टूबर से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब अब तीव्र चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ में बदल गया है। इसके अलावा मध्य-पूर्वी अरब सागर में एक और अवदाब सक्रिय है, जबकि उत्तरी भारत में नया पश्चिमी विक्षोभ भी प्रभावी है। इन तीनों प्रणालियों के संयुक्त असर से 28 अक्टूबर को भरतपुर संभागों के कई जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 29 अक्टूबर से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
भरतपुर में बादलों से ढंके आसमान और हवा में घुली ठंड ने सोमवार की सुबह को खास बना दिया। शहर में दोपहर बाद लोग एक ओर छाता थामे निकले तो दूसरी ओर आलमारी से हल्के गर्म कपड़े भी बाहर आने लगे। अचानक बदले मौसम ने नमी और ठंडक का ऐसा संगम बनाया कि दीवाली के बाद पहली बार सर्द हवाओं का एहसास हुआ। मौसम विभाग के मुताबिक यह बदला मिजाज अगले तीन दिन तक यूं ही एक्टिव रह सकता है।
बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ के असर से सोमवार को भरतपुर सहित पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया। सुबह से ही आसमान बादलों से घिरा रहा और दोपहर के बाद हल्की बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया, जो देर शाम तक जारी रहा। बूंदाबांदी से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
हल्की बारिश ने भरतपुर शहर के वातावरण में घुल रहे प्रदूषण से भी राहत दी है। रविवार को जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 218 के आसपास रहा। वहीं सोमवार को हवा में नमी बढ़ने से प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिन हवा और साफ होगी। यह बारिश वातावरण में घुल रहे प्रदूषण को काफी हद तक कम करेगी। इससे हवा में खासा सुधार होगा।
खेती के लिहाज से देेखें तो इस बारिश से फसलों को फायदा है। अभी सरसों की बुवाई हुई है, जो बाहर निकल आई है। इस बारिश से पौधों की बढ़वार बेहतर होगी।