CG College Admission: भिलाई जिले में कॉलेजों में एडमिशन लेने से किसी करण से चुक जाने वालों को उच्च शिक्षा विभाग ने एक मौका और दे दिया है।
CG College Admission: छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले में कॉलेजों में एडमिशन लेने से किसी करण से चुक जाने वालों को उच्च शिक्षा विभाग ने एक मौका और दे दिया है। कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए पहले आखिरी तिथि 14 अगस्त थी। इसके बाद प्रवेश पूरी तरह से थम गए थे, लेकिन करीब 46 हजार सीटें रिक्त होने की वजह से अब प्रवेश दोबारा से शुरू करा दिए गए हैं।
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने अपना पोर्टल दोबारा चालू कर दिया है, जिसमें 5 सितंबर तक कॉलेज एडमिशन के आवेदन किए जा सकेंगे। कॉलेजों में कुछ चुनिंदा पाठ्यक्रमों को छोड़कर बाकी सभी में आसानी से एडमिशन मिल जाएगा। हालांकि, साइंस कॉलेज में एडमिशन के लिए विद्यार्थियों को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के पोर्टल पर आवेदन नहीं करना है, बल्कि उनको साइंस कॉलेज की वेबसाइट से ही प्रवेश मिलेगा। प्रवेश आवेदन भी वहीं भरने होंगे। एडमिशन पोर्टल को दोबारा शुरू कराने में उच्च शिक्षा विभाग ने करीब 15 दिनों का विलंब किया है।
कुल 70,460 सीटें हैं, जिनमें से इस साल सिर्फ 24,797 सीटों पर ही एडमिशन हुए। यानी 45,663 सीटें खाली रह गईं। इस साल दुर्ग जिला सहित संभाग के शासकीय कॉलेजों में भी एडमिशन बेहद कम हुए। हेमचंद विश्वविद्यालय को एडमिशन पोर्टल में यूजी की 55,074 सीटों के लिए 77,678 आवेदन मिले, जिसमें से सिर्फ 18,981 छात्रों ने एडमिशन लिया है। यानी यूजी में 36,093 सीटें खाली रह गई हैं। इसी तरह पीजी की 15,386 सीटों के लिए 28,639 छात्रों ने आवेदन किया, जबकि पीजी में प्रवेश सिर्फ 5816 ही हुए।
हेमचंद विवि कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप ने कहा की कॉलेजों में एडमिशन के लिए पोर्टल को दोबारा खोल दिया गया है। छात्र 5 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसी बीच उनको सभी दस्तावेज जमा करके प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी।
इस साल संभाग के तमाम शासकीय कॉलेजों में भी एडमिशन ग्राफ बेहद कमजोर रहा। वहीं निजी कॉलेजों का हाल सबसे अधिक बेहाल रहा। यही वजह थी कि दुर्ग जिला सहित संभाग के निजी कॉलेज संचालकों ने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग से एडमिशन तिथि को आगे बढ़ाने की गुहार लगाई थी। संभाग के निजी कॉलेजों में इस साल महज 21 फीसदी एडमिशन हो पाए हैं। जबकि शेष 79 फीसदी इनमें रिक्त हैं। घटते एडमिशन को देखते हुए निजी कॉलेज संचालकों ने फीस स्ट्रक्चर में भी बदलाव किया है, ताकि जैसे-तैसे एडमिशन हो जाए।
कॉलेजों में एडमिशन का दोबारा मौका मिलने से सबसे अधिक फायदा माध्यमिक शिक्षा मंडल यानी माशिमं की कक्षा 12वीं की पूरक में पूरक आए विद्यार्थियों को होगा। माशिमं ने इनकी पूरक परीक्षा का परिणाम 19 अगस्त को जारी किया था, जबकि कॉलेजों के एडमिशन 14 अगस्त को ही समाप्त हो गए थे। ऐसे में पूरक से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का साल बर्बाद हो जाता। उनको कॉलेजों में पहुंचने का मौका नहीं मिल रहा था। यह भी कॉलेजों में एडमिशन तिथि आगे बढ़ाने की एक वजह है। दुर्ग जिले में करीब 872 और पूरे संभाग में करीब दो हजार स्कूली बच्चों ने पूरक की परीक्षा दी है, जिसमें से 67 फीसदी उत्तीर्ण हुए हैं।