भिलाई

Monsoon in CG: मानसून को लेकर मौसम विभाग का बड़ा अपडेट, तेज हवाओं के साथ आ रही भारी बारिश

Monsoon in CG: प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में यही स्थिति है। हालांकि अब मानसून बरसने वाला है। कल से यानी 17 जून से बारिश को लेकर मौसम विभाग अलर्ट जारी किया है...

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Jun 16, 2024

Monsoon in CG: छत्तीसगढ़ में मानसून की रफ्तार अचानक से थम गई है। जिलके चलते कई इलाकों में अभी भी गर्म हवाएं चल रही है। वहीं उमस भी ज्यादा है। इस कारण लोग परेशान हैं। ( Monoon in Chhattisgarh ) प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में यही स्थिति है। हालांकि अब मानसून बरसने वाला है। कल से यानी 17 जून से बारिश को लेकर मौसम विभाग अलर्ट जारी किया है।

लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा नवसारी, जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, बीजापुर, सुकमा, मलखानगिरी, विजयनगरम और इस्लामपुर है। कल से यानी 17 जून से प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि होने की सम्भावना है और 18 जून से दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ और भाग में मानसून सक्रीय होने की प्रबल सम्भावना है।

Monsoon in CG: आज दिनभर छाए रहे बादल

राजधानी रायपुर में आज दिनभर बादल छाए रहे। जिसके चलते तापमान में गिरावट आ गई। अतिकत तापमान 39 के करीब रहा। वहीं रायपुर जिले के आसपास इलाके में हल्की बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया। हालांकि अब मौसम में अब किसी तरह की बढ़ोतरी की संभावना नहीं है।

Monsoon in CG: दक्षिण-पश्चिम मानसून के पहुंचने की प्रबल संभावना

मानसून अग चार-पांच दिनों में प्रदेश और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के पहुंचने की संभावना है। एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका बिहार से मेघालय तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। सोमवार को कुछ स्थानों पर (25% से 50% स्थानों पर) स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है। इससे कल के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना बन रही है।

यहां हुई झमाझम बारिश

पिछले 24 घंटे के दौरान डौंडीलोहारा व मोहला में तेज बारिश हुई। दोनों स्थानों पर 4-4 सेमी पानी बरस गया। मैनपुर में 3, बलरामपुर, अंबागढ़ चौकी, भानुप्रतापपुर, राजनांदगांव व बालोद में 2-2 तथा गुंडरदेही में एक सेमी पानी गिरा। जहां पानी गिर रहा है, वहां पर किसान खेतों की अकरस जुताई कर रहे हैं। इससे खरपतवार को नष्ट करने में मदद मिलेगी। नियमित बारिश होने के बाद किसान धान की बोआई करेंगे। साथ ही, रोपाई के लिए थरहा भी डालेंगे।

Updated on:
17 Jun 2024 07:25 am
Published on:
16 Jun 2024 05:55 pm
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