CG Exam Fraud: भिलाई जिले में इंजीनियरिंग की परीक्षा चल रही थी। परीक्षा समाप्त होने के बाद वीक्षक ने छात्र से कहा कि उत्तरपुस्तिका टेबल पर छोड़ दो और चले जाओ।
CG Exam Fraud: छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले में इंजीनियरिंग की परीक्षा चल रही थी। परीक्षा समाप्त होने के बाद वीक्षक ने छात्र से कहा कि उत्तरपुस्तिका टेबल पर छोड़ दो और चले जाओ। छात्र चला भी गया, लेकिन उसकी पुस्तिका कॉलेज ने छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय को भेजी ही नहीं। उत्तरपुस्तिका गुम हो गई। इसलिए सीएसवीटीयू को मजबूरन उक्त छात्र को एवरेज मार्क्स देकर पास करना पड़ा।
यह घटना रायपुर के आरआईटी कॉलेज की है। इस लापरवाही के लिए बुधवार को सीएसवीटीयू ने आरआईटी रायपुर का एग्जाम सेंटर एक साल के लिए डिबार कर दिया है। सीएसवीटीयू ने आरआईटी रायपुर पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए कहा है कि, यहां एक साल तक किसी भी कॉलेज की परीक्षा नहीं होगी। यहां सीएसवीटीयू कोई परीक्षा नहीं कराएगा। आरआईटी परीक्षा को लेकर सीनियस नहीं है, इसलिए कॉलेज को डिबार किया जा रहा है। यह फैसला इस मामले में लंबे समय से चली आ रही सुनवाई के बाद बुधवार को लिया गया है।
आरआईटी रायपुर शैलेंद्र जैनसंचालक ने कहा की उक्त परीक्षा के दिन छात्र अपना प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका दोनों साथ लेकर घर चला गया। छात्र शंकराचार्य रायपुर का था। हमने वहां बात की, लेकिन कुछ हल नहीं निकला। हमारी गलती इतनी थी कि, हम उक्त छात्र के खिलाफ एफआईआर नहीं करवा सके। सीएसवीटीयू ने एग्जाम सेंटर डिबार किया है। हम राजभवन की अपील में जाएंगे।
सीएसवीटीयू के कुलसचिव डॉ. अंकित अरोरा ने कहा की उत्तरपुस्तिका कॉलेज से गुम हुई है। हमने पूरी जांच और तथ्यों के बाद ही आरआईटी का एग्जाम सेंटर डिबार किया है। इस तरह की लापरवाही सीएसवीटीयू बर्दाश्त नहीं करेगा। फिलहाल, एक साल यहां किसी भी तरह की विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं नहीं होंगी। कॉलेज को सुनवाई का मौका दिया गया था, लेकिन अपनी बात साबित नहीं कर पाए।
आरआईटी ने इस पूरे प्रकरण को छात्र पर थोप दिया। कॉलेज का कहना था कि उक्त छात्र अपनी उत्तरपुस्तिका साथ लेकर चला गया। उसने उत्तरपुस्तिका वीक्षक के पास जमा नहीं कराई। जब कॉलेज ने यह दलील दी तो सीएसवीटीयू ने इसका सबूत मांगा।
जांच दल ने मौका मुआयना किया तो पला चला कि जिस कक्ष में परीक्षा हो रही थी वहां का सीसीटीवी कैमरा खराब था। ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला, जिससे साबित होता कि छात्र उत्तरपुस्तिका के साथ कक्ष से बाहर निकला। लिहाजा, इस प्रकरण की सुनवाई के बाद सीएसवीटीयू ने अपना पक्ष साफ करते हुए आरआईटी पर कार्रवाई की और एग्जाम सेंटर कैंसल कर दिया।